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बांग्लादेश के 45प्रशासनिक अधिकारियों ने ली प्रशासनिक दायित्वों की जानकारी


 हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन की अध्यक्षता में मंगलवार को कलक्ट्रेट सभागार में बंग्लादेश के सिविल सेवा संवर्ग के अधिकारियों के साथ एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी ने प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा विभिन्न स्तरों पर निभाये जाने वाले  दायित्वों पर प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विस्तार से प्रकाश डाला। बैठक में भगवानपुर एसडीएम आशीष मिश्रा ने केंद्रीय, राज्य और जनपद स्तरीय प्रशासनिक ढांचे के संबंध में जानकारी दी। फैजल रहमान ने बांग्लादेश के 45प्रशासनिक अधिकारियों के डेलीगेशन का नेतृत्व किया। कलक्ट्रेट सभागार परिसर पहुंचने पर बंग्लादेश के सिविल सेवा संवर्ग के अधिकारियों का पुष्पगुच्छ,प्रतीक चिह्न भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर नेशनल सेंटर फॉर गुड गवर्नेंस के प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर संजीव शर्मा,लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी मसूरी के डॉ0 ए0पी0 सिंह,सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा,सहायक परियोजना निदेशक सुश्री नलिनीत घिल्डियाल,आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत, खण्ड विकास अधिकारी मानस मित्तल सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।


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धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

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गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

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