नई दिल्ली/हरिद्वार। बजरंग दल मंगलवार को देश भर में ‘कुमति निवार सुमति के संगी‘ सामूहिक श्री हनुमान चालीसा के माध्यम से, हनुमत शक्ति का व्यापक जन जागरण कर, कांग्रेस सहित आतंकियो के पैरोकार अन्य संगठनों व देश विरोधी हिंदू द्रोही मानसिकता की सद्बुद्धि हेतु भगवान बजरंगबली का आह्वान करेगा। विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने इसकी घोषणा करते हुए आज कहा है कि कर्नाटक कांग्रेस के चुनाव घोषणा पत्र और उसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ, हिमाचल प्रदेश, व महाराष्ट्र सहित अनेक राज्यों में कांग्रेसी व कुछ अन्य हिंदू द्रोही नेताओं द्वारा बजरंग दल को प्रतिबंधित करने व इस देशभक्त संगठन की तुलना पीएफआई जैसे देशद्रोही, आतंकी व हिंसक संगठन से करना बहुत ही अपमान जनक है। हिंदू समाज निश्चित रूप से इस तरह के अपमान का लोकतांत्रिक सबक सिखाएगा। उन्होंने कहा कि इन सारे नेताओं को क्या नहीं दिखता कि बजरंग दल देश भर में गौ रक्षा,कन्या रक्षा,रक्तदान,मठ मंदिर व धर्म रक्षा के साथ धर्मांतरण रोकने जैसे अनेक प्रकार के सेवा कार्यों में लगा हुआ है?विहिप महा मंत्री ने सम्पूर्ण हिंदू समाज का आह्वान करते हुए कहा है कि बजरंगबली के भक्तों के अपमान के विरोध स्वरूप आगामी 9मई को देश भर में हजारों स्थानों पर होने वाले इन हनुमान चालीसा कार्यक्रमों में से किसी ना किसी एक में अपने परिजनों, पड़ोसियों व मित्रों के साथ अवश्य शामिल होकर धर्म द्रोही शक्तियों को परास्त करने में अपनी सह भागिता सुनिश्चित करें।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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