हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जनता की शिकायतों और समस्याओं पर ध्यान नहीं देने वाले विद्युत विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। ईमेल से भेजे पत्र में सुनील सेठी ने कहा है कि भूमिगत विधुत लाइन का कार्य होने के बाद जर्जर पोल, जगह जगह लापरवाही से लटके मीटर, हादसों को न्योता दे रहे हैं। जिससे हरसमय खतरे की संभावना बनी रहती है। कई बार शिकायत करने के बावजूद समस्याओं को दूर नहीं किया जा रहा है। भूमिगत विद्युत लाईन होने के बावजूद विभाग द्वारा जरा सी बारीश होने या हवा चलने पर विद्युत आपर्ति बंद कर दी जाती है। कर्मचारियों पर अधिकारियों का कोई अंकुश नहीं है। शिकायत करने पर कर्मचारी शिकायतकर्ता से अभद्रता करते हैं। सेठी ने कहा कि समस्याओं को दूर करने में नाकाम अधिकारियों, कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र बदले जाएं। जर्जर पोल, बक्सों आदि को बदला जाए। समस्याएं दूर नहीं होने पर विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। मांग करने वालो में महानगर अध्यक्ष जितेंद चौरसिया, महामंत्री नाथीराम सैनी, कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, उपाध्यक्ष सुनील मनोचा,एसएन तिवारी,पंकज माटा,अनिल कुमार,भूदेव शर्मा, धर्मपाल प्रजापति, गणेश शर्मा,मनोज ठाकुर, तरुण यादव, दीपक कुमार, अंकुश अरोड़ा, रवि शर्मा, राजेश भाटिया, उमेश चौधरी, रोहित भसीन, मनीष कुमार आदि व्यापारी शामिल रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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