हरिद्वार। विश्वगुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज के राष्ट्रीय महासचिव प्रमोद गिरि ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एकात्म धाम बनाकर उसमें भगवान आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने के कार्य का शुभारंभ कर भारत को एकता अखंडता संप्रभुता भाईचारे के प्रेम में पिरोने का जो श्रेष्ठ सहारनीय कार्य किया है। उसके लिए विश्व गुरु शंकराचार्य दशनाम गोस्वामी समाज शीघ्र ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर आभार जताकर स्वागत करेगा। प्रमोद गिरि ने कहा कि आदि गुरु शंकराचार्य ने भारत को एकता अखंडता संप्रभुता भाईचारे और प्रेम के सूत्र में पिरोने का काम किया। उन्होंने चारों दिशाओं में चार मठ की स्थापना कर सनातन धर्म के संरक्षण संवर्धन को बढ़ावा देने का काम किया। ऐसे महापुरुष आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फुट ऊंची प्रतिमा स्थापित कर उनसे जुड़ी जीवन लीलाओं को चित्रों के माध्यम से आने वाली युवा पीढ़ी को बताने समझाने का जो सराहनीय कार्य शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि इसका अनुसरण करते हुए सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को अपने अपने राज्यों में भगवान आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित कर उनके जीवन चरित्र को युवा पीढ़ी को बताना चाहिए। प्रमोद गिरि ने भारत सरकार के शिक्षा विभाग से मांग करते हुए कहा कि भारत के सभी राज्यों के पाठ्यक्रम में आदि गुरु शंकराचार्य की जीवन लीला व जीवन परिचय को शामिल करना चाहिए।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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