हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय एलुमनाई एसोसिएशन हरिद्वार बैठक औषधालय भवन परिसर में एसोसिएशन कार्यालय में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता इंजीनियर मधुसूदन आर्य ने तथा संचालन सचिव डॉक्टर दीनदयाल विद्यालंकार ने किया। बैठक में सर्वप्रथम डॉ दीनदयाल द्वारा सचिव पद से इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया। एलुमनाई एसोसिएशन के अध्यक्ष इंजीनियर मधुसूदन ने बताया हाईवे पर स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज के सामने 1फुट ब्रिज तथा कन्या गुरुकुल के सामने एक गेट के निर्माण के प्रयास किए जा रहे हैं तथा सदस्यों से अनुरोध किया गया। संगठन को मजबूत बनाने के लिए सदस्यता बनाने पर जोर दिया गया। अध्यक्ष इंजीनियर मधुसूदन आर्य ने बताया की बेंगलुरु में एक एलुमनाई एसोसिएशन की यूनिट आनंदा कुलश्रेष्ठ के देखरेख में बनाई जाएगी। गुड़गांव में डॉक्टर मोनिका अग्रवाल जो डीएसटी में साइंटिस्ट हैं उनको यह कार्यभार सौंपा गया तथा देहरादून से ज्ञानेंद्र कुमार जो 1959 के बैच के हैं उनको कार्यभार सौंपा गया। सर्वसम्मति से डॉ मनुदेव बंधु को संस्था का उपाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया। बैठक में दीनदयाल विदा अलंकार, डॉक्टर संदीप विद्यालंकार, प्रशांत राजपूत एडवोकेट, सह सचिव मयंक पोखरियाल, आनंदा कुलश्रेष्ठ, डॉ पवन सिंह सदस्यों ने भाग लिया। डॉक्टर दीनदयाल विद्यालंकार ने संगठन को मजबूत करने के लिए प्रत्येक माह में एक बैठक करने का प्रस्ताव रखा जो सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया। इंजीनियर मधुसूदन आर्य अध्यक्ष सह सचिव मयंक पोखरियाल ने संस्था के सदस्य बनाने पर आश्वासन दिया।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
Comments
Post a Comment