हरिद्वार। मोटापा एक ऐसा अभिशाप है जो आ तो आसानी जाता है। किन्तु जाता बड़ी कठिनाई से है। मोटापे से छुटकारा पाने के लिए आचार्य बालकृष्ण महाराज के नेतृत्व में पतंजलि अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों ने ‘दिव्य वेट-गो’ औषधि का निर्माण किया है। इस औषधि को पूर्ण रूप से वैज्ञानिक मापदण्ड पर जाँचा परखा गया है। यह रिसर्च बेस्ड मेडिसिन मोटापे से जूझ रहे लोगों के लिए अमृत के समान है। आचार्य बालकृष्ण महाराज ने कहा कि मोटापे में आयुर्वेदिक औषधि ‘दिव्य वेट-गो’ ने सिद्ध किया है कि यदि व्यायाम के साथ औषधि ‘दिव्य वेट-गो’ को लिया जाए तो व्यक्ति का वजन शीघ्रता से कम होता है। इसका शरीर पर किसी भी प्रकार का कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि यदि व्यक्ति बिना व्यायाम के भी औषधि ‘दिव्य वेट-गो’ लेता है तो भी वजन कम होता है तथा वजन कम होने के साथ कोलेस्ट्रॉल, ग्लूकोज, सेंस्टिविटी सामान्य होकर इंसुलिन रेसिस्टेंस भी ठीक हो जाता है। आचार्य बालकृष्ण ने बताया कि यह अनुसंधान अमेरिका के विश्व प्रसिद्ध रिसर्च जर्नल बॉयोमेडिसिन एण्ड फार्मोकोथेरेपी में प्रकाशित हुआ है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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