हरिद्वार। निदेशक पंचायतीराज उत्तराखण्ड शासन, देहरादून के निर्देशानुसार जिला पंचायती राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह द्वारा आई०टी०डी०ए० कैल्क, देहरादून के माध्यम जनपद के समस्त सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) समस्त ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, डी०पी०एम०,डी०ई०ओ० आदि का ई-गवर्नेन्स,डिजीटल लिट्रेसी विषय पर श्रीसांई इस्टीट्यूट गोविन्दपुर हरिद्वार में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें जल जीवन मिशन से सम्बन्धित निर्माण शाखा, उत्तराखण्ड पेयजल निगम हरिद्वार के अधिशासी अभियन्ता राजेश गुप्ता ने सत्र में प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए हर घर जल प्रमाणीकरण वार्षिक डाटा अपडेशन एवं कार्य सहयोगी संस्था के दायित्वों को विस्तारपूर्वक बताया गया तथा प्रतिभागियों के प्रश्नों के उत्तर भी दिये गये। जिला पंचायती राज अधिकारी अतुल प्रताप सिंह द्वारा प्रतिभागी कर्मचारियों को तद्नुसार आवश्यक कार्यवाही करते हुए जल जीवन के कार्यों में आवश्यक सहयोग करते हुए हर घर प्रमाणीकरण जोर देते हुए बताया गया कि यह भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रक्रिया है। इसके उपरान्त भी पेयजल विभाग निर्मित योजनाओं में ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों का सहयोग करते रहेगें। परन्तु इस प्रक्रिया को पूर्ण किया जाना आवश्यक है। इसके लिये 31मई तक 50 राजस्व ग्राम का हर घर जल का प्रमाणीकरण करने का लक्ष्य दिया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में परियोजना कार्यदायी इकाई (अमृत) के अधिशासी अभियन्ता सी०पी०एस० गंगवार तथा जल संस्थान के सहायक अभियन्ता भी उपस्थित रहे।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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