हरिद्वार। उत्तराखंड क्रांति दल के महानगर उपाध्यक्ष गोकुल सिंह रावत ने कहा है कि गंगा की निर्मलता और अविरलता को लेकर राज्य सरकार द्वारा करोड़ों रूपए की योजनाओं का संचालन करने बाद भी गंगा में सीवर व नालों का गंदा पानी गिरना बंद नहीं हो रहा है। गंगा में पुराने कपड़े, वेस्ट सामान, पॉलीथीन आदि निरंतर डाले जा रहे हैं। जिससे गंगा में प्रदूषण बढ़ रहा है। गोकुल रावत ने आरोप लगाया कि होटल, धर्मशालाओं के प्रबंधक गंगा में सीवर का गंदा पानी बहा रहे हैं। गंगा की निर्मलता स्वच्छता को नष्ट करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि इस और जिला प्रशासन को ठोस कदम उठाते हुए गंगा में गिर रहे सीवर के गंदे पानी को बंद करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए। गोकुल रावत ने कहा कि गंगा करोड़ों लोगों की आस्था की पहचान है। गंगा को स्वच्छ, निर्मल बनाए रखने में सभी की सहभागिता जरूरी है। गोकुल रावत ने होटल, धर्मशालाओं के प्रबंधकों से मांग की कि किसी प्रकार की गंदगी गंगा में समाहित की जाए। उन्होंने कहा कि गंगा को स्वच्छ, निर्मल व अविरल बनाए रखना सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। गंगा स्वच्छता के प्रति लोगों को प्रेरित करने के लिए यूकेडी जल्द ही जागरूकता अभियान की शुरूआत करेगी।
112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।
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