किस प्रकार अच्छे संत और स्वार्थी संत के अंतर को समझे
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं मॉ मंशादेवी मन्दिर ट्रस्ट प्रमुख महंत रविन्द्रपुरी जी द्वारा विधायक रवि बहादुर के बीच जारी बयान बाजी में उस समय नया मोड़ आ गया,जब कांग्रेस नेताओं ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शुक्रवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए महानगर कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष संजय अग्रवाल,अनिल भास्कर सहित अन्य नेताओं ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम जनता के बीच जाकर इस प्रकार के संतों से सवाल करेंगे कि वह बताये कि संत बनने के बाद व सम्मानित गद्दी पर विराजमान होने पर वह जातीय भेद भाव व दलित विरोधी आचरण करके कैसे समाज को आगे ले जा सकते हैं। यह सवाल भी पूछेंगे कि जनहित में वह क्या कार्य करते हैं जिससे हिन्दू सनातन धर्म का उत्थान हो। इसके लिए भी हम सभी सम्मानित अखाड़ों और निरंजनी अखाड़े के अन्य वरिष्ठ संतों को पत्र लिखकर निवेदन करने जा रहे हैं। अनिल भास्कर ने कहा कि काजल पुरी केस की सीबीआई जांच की मांग एसएसपी के माध्यम से मुख्यमंत्री से करने जा रहे हैं। जिसमे यह जांच भी हो कि किस संत के साथ वह महिला अन्य शहरों में गई थी और जो अपराध उसने किया है उसके पीछे की वास्तविक कहानी क्या है,जो सबके सामने आये। अखाडा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी नरेन्द्र गिरी की हत्या की भी विस्तृत जाँच की मांग केंद्र सरकार से करने जा रहे हैं। हम जनता को यह भी बताएंगे कि हमें किस प्रकार अच्छे संत और स्वार्थी संत के अंतर को समझना होगा। यह कार्य हम विभिन्न कॉलोनी में जाकर वहां से रविन्द्र पुरी को पत्र लिखेंगे और पत्र को सार्वजनिक भी करेंगे। जवाब ना मिलने पर आंदोलन भी किया जायेगा। एसएसपी के माध्यम से मुख्यमंत्री से करने जा रहे हैं, जिसमे यह जांच भी हो कि किस संत के साथ वह महिला अन्य शहरों में गई थी और जो अपराध उसने किया है उसके पीछे की वास्तविक कहानी क्या है, जो सबके सामने आये। अखाडा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी नरेन्द्र गिरी की हत्या की भी विस्तृत जाँच की मांग केंद्र से करने जा रहे हैं। कहाकि कांग्रेस पार्टी आम जनता के बीच जाकर इस प्रकार के संतों से सवाल करेंगे कि वह बताये कि संत बनने के बाद व सम्मानित गद्दी पर विराजमान होने पर वह जातीय भेद भाव व दलित विरोधी आचरण करके कैसे समाज को आगे ले जा सकते हैं। यह सवाल भी पूछेंगे कि जनहित में वह क्या कार्य करते हैं, जिससे हिन्दू, सनातन धर्म का उत्थान हो। हम जनता को यह भी बताएंगे कि हमें किस प्रकार अच्छे संत और स्वार्थी संत के अंतर को समझना होगा। यह कार्य हम विभिन्न कॉलोनी में जाकर वहां से रविन्द्र पुरी को पत्र लिखेंगे और पत्र को सार्वजनिक भी करेंगे, जवाब ना मिलने पर आंदोलन भी किया जायेगा
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