Skip to main content

भारत ऐसा देश जो पूरे विश्व की चिन्ता करता है-पुष्कर सिंह धामी

 मुख्यमंत्री ने किया श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभारम्भ


हरिद्वार। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है,जो सम्पूर्ण मानव मात्र व पूरे विश्व की चिन्ता करता है। इस चिन्ता को हमेशा बनाये रखने का मार्ग संतो ने सिखाया है। बुधवार को हरिपुर कलां स्थित हरिसेवा आश्रम के वार्षिकोत्सव एवं श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में का शुभारम्भ करने के बाद उपस्थित संतो,गणमान्य नागरिकों को संबोघित कर रह थे। उन्होंने आध्यात्मिक कार्यक्रम का मंत्रंोच्चारण के बीच दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ करते हुए आरती एवं पूजा-अर्चना की एवं सन्तों व महात्माओं का आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने हरिसेवा आश्रम के वार्षिकोंत्सव की सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनायें देते हुए कहा कि श्रीमदभागवत जैसे पुण्य कार्य में सहभागी होने का उन्हें अवसर प्रदान किया। उन्होंने कहा कि आज इस पावन अवसर पर हम यहां किसी के बुलावे पर न आकर उस ईश्वर की असीम कृपा की वजह से यहां पहूंचे हैं। उन्होंने महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द का जिक्र करते हुये कहा कि स्वामी जी ने अपना जीवन राष्ट्र, धर्म तथा संस्कृति को समर्पित किया है। श्री धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जिक्र करते हुये कहा कि उनके नेतृत्व में आज पूरा देश तेजी से विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री इस समय कई देशों के प्रवास पर हैं, जिस देश में भी वे जा रहे हैं, वहां उत्सव हो रहा है तथा भारत के प्रति विश्व का नजरिया बदला है। मुख्यमंत्री ने कोराना काल का जिक्र करते हुये कहा कि भारत ने कई देशों को कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति करके लाखों लोगों की जान बचाई है तथा वैक्सीन के पैकिंग के डिब्बों के माध्यम से विश्व बन्धुत्व-सर्वे भवन्तु सुखिनः,सर्वे सन्तु निरामया का सन्देश दिया। श्री धामी ने कहा कि भारत को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जी-20 की अध्यक्षता करने का अवसर मिला है। प्रधानमंत्री के विस्तृत विजन की वजह से जी-20 की बैठकें देश के कोने-कोने में हो रही हैं तथा हमारे प्रदेश उत्तराखण्ड को भी जी-20 की तीन बैठकें करने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ है, जिनमें से एक बैठक रामनगर में हो चुकी तथा एक का शुभारम्भ आज ऋषिकेश में हो रहा है एवं तीसरी बैठक भी आगामी दिवसों में ऋषिकेश-नरेन्द्रनगर में आयोजित होगी। उन्होंने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था पहले 11वें स्थान पर थी,जो प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व की वजह से पांचवें स्थान की अर्थव्यवस्था बन गयी है, आयोध्या में राम मन्दिर का निर्माण हो रहा है,काशी विश्वनाथ कॉरिडोर अपना भव्य स्वरूप प्राप्त कर चुका है,केदारनाथ भव्य व दिव्य बन गया है, आने वाले समय में हेमकुण्ड धाम की यात्रा और भी आसान होने वाली है,जहां गोविन्दघाट से हेमकुण्ड तक रोपवे का निर्माण होने जा रहा है, जिससे यात्रा में बहुत ही कम समय लगेगा, कई रोपवे के निर्माण के साथ ही गुणावत्तापरक सड़कों का पूरे प्रदेश में जाल बिछाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा की भांति कुमाऊं में मन्दिर माला मिशन के तहत पर्यटन को बढ़ाने का निरन्तर प्रयास किया जा रहा है। महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द ने कहा कि मुख्यमंत्री का गऊ,गंगा, सन्त तथा सैनिकों के प्रति विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि इस संसार में जिन्होंने भी बड़े-बड़े जन-कल्याणकारी कार्य किये हैं, विनम्र बनकर ही किये हैं, उसी तरह पुष्कर सिंह धामी भी हैं, जो विनम्रता के साथ बड़े-बड़े जन-कल्याणकारी निर्णय ले रहे हैं। मुख्यमंत्री का हरिसेवा आश्रम पहुंचने पर पुष्पगुच्छ,अंगवस्त्रम तथा पगड़ी पहनाकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया।इस अवसर पर महन्त दुर्गादास, महामण्डलेश्वर ललितानन्द गिरि,महामण्डलेश्वर जगदीश दास महाराज,गोविन्ददास महाराज,महन्त कमलदास महाराज,प्रहलाद दास महाराज, भारत माता के प्रबन्ध न्यासी आई0डी0 शर्मा,रूड़की विधायक प्रदीप बत्रा, पूर्व कैबिनेट मंत्री यतीश्वरानन्द,पूर्व विधायक संजय गुप्ता,पूर्व विधायक देशराज कर्णवाल,भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल,विकम भुल्लर,रमेश शास्त्री,नन्दलाल,प्रो0 हेमलता,जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) पी0एल0 शाह,एसडीएम पूरण सिंह राणा,सिटी मजिस्ट्रेट सुश्री नूपुर वर्मा,मुख्य चिकित्साधिकारी मनीष दत्त,पुलिस,प्रशासन के अधिकारीगण, पदाधिकारीगण, सन्त समाज सहित श्रद्धालु एवं भक्तजन उपस्थित थे।


Comments

Popular posts from this blog

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।

बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दलों ने 127 कांवडियों,श्रद्धालुओं को गंगा में डूबने से बचाया

  हरिद्वार। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय के निर्देशन, अपर जिलाधिकारी पी0एल0शाह के मुख्य संयोजन एवं नोडल अधिकारी डा0 नरेश चौधरी के संयोजन में कांवड़ मेले के दौरान बी0ई0जी0 आर्मी के तैराक दल अपनी मोटरबोटों एवं सभी संसाधनों के साथ कांवडियों की सुरक्षा के लिये गंगा के विभिन्न घाटों पर तैनात होकर मुस्तैदी से हर समय कांवड़ियों को डूबने से बचा रहे हैं। बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा कांवड़ मेला अवधि के दौरान 127 शिवभक्त कांवडियों,श्रद्धालुओं को डूबने से बचाया गया। 17 वर्षीय अरूण निवासी जालंधर, 24 वर्षीय मोनू निवासी बागपत, 18 वर्षीय अमन निवासी नई दिल्ली, 20 वर्षीय रमन गिरी निवासी कुरूक्षेत्र, 22 वर्षीय श्याम निवासी सराहनपुर, 23 वर्षीय संतोष निवासी मुरादाबाद, 18 वर्षीय संदीप निवासी रोहतक आदि को विभिन्न घाटों से बी0ई0जी0 आर्मी तैराक दल द्वारा गंगा में डूबने से बचाया गया तथा साथ ही साथ प्राथमिक उपचार देकर उन सभी कांवडियों को चेतावनी दी गयी कि गंगा में सुरक्षित स्थानों में ही स्नान करें। कांवड़ मेला अवधि के दौरान बी0ई0जी0आर्मी तैराक दल एवं रेड क्रास स्वयंसेवकों द्वारा गंगा के पुलों एवं घाटों पर माइकिं

गुरु ज्ञान की गंगा में मन का मैल,जन्मों की चिंताएं और कर्त्तापन का बोध भूल जाता है - गुरुदेव नन्दकिशोर श्रीमाली

  हरिद्वार निखिल मंत्र विज्ञान एवं सिद्धाश्रम साधक परिवार की ओर से देवभूमि हरिद्वार के भूपतवाला स्थित स्वामी लक्ष्मी नारायण आश्रम में सौभाग्य कीर्ति गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन उल्लास पूर्वक संपन्न हुआ। इस पावन पर्व के अवसर पर स्वामी लक्ष्मी नारायण आश्रम और आसपास का इलाका जय गुरुदेव व हर हर महादेव के जयकारों से गुंजायमान रहा। परमहंस स्वामी निखिलेश्वरानंद (डॉ नारायण दत्त श्रीमाली) एवं माता भगवती की दिव्य छत्रछाया में आयोजित इस महोत्सव को संबोधित करते हुए गुरुदेव नंदकिशोर श्रीमाली ने गुरु एवं शिष्य के संबंध की विस्तृत चर्चा करते हुए शिष्य को गुरु का ही प्रतिबिंब बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार स्वयं को देखने के लिए दर्पण के पास जाना पड़ता है,उसी प्रकार शिष्य को गुरु के पास जाना पड़ता है, जहां वह अपनी ही छवि देखता है। क्योंकि शिष्य गुरु का ही प्रतिबिंब है और गुरु भी हर शिष्य में अपना ही प्रतिबिंब देखते हैं। गुरु में ही शिष्य है और शिष्य में ही गुरु है। गुरु पूर्णिमा शिष्यों के लिए के लिए जन्मों से ढोते आ रहे कर्त्तापन की गठरी को गुरु चरणों में विसर्जित कर गुरु आलिंगन में बंधने का दिवस