Skip to main content

शरीर की जान होती है रीढ़ की हड्डी- डॉ सलिल महाजन

 ऑस्टियोपोरोटिक रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्चर और बिना चीरे से सीमेंट भरकर फ्रैक्चर का इलाज संभव 

प्रस्तुति डॉ हिमांशु द्विवेदी 

हरिद्वार । हरिद्वार के वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डॉक्टर सलिल महाजन से विशेष साक्षात्कार में रीड की हड्डी में होने वाले फैक्चर और बिना चीरा फाडी के एक विशेष सीमेंट थ्रेपी से इलाज के बारे में जानकारी हासिल की तो पता चला शरीर की जान रीढ़ की हड्डी है पूरा शरीर इसी से चलता है। आधुनिक युग में और वैज्ञानिक खोजों के अनुसार अब रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर का भी इलाज संभव है। आइये जानते हैं। डॉ. सलिल महाजन ने बताया कि बढ़ती उम्र के साथ लोगों में बोन मिनिरल डेंसिटी घटने लगती है, जिसे कारण हड्डियों में फ्रैक्चर का रिस्क बढ़ रहा है,खासकर स्पाइन में इसलिए कहते हैं,हड्डियां खोखली हों इससे पहले करे ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार हार्टडिजीज के बाद ऑस्टियो पोरोसिस विश्व की दूसरी सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाली बीमारी है। यह बीमारी पुरषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा होती है। हमारी हड्डियां कैल्शियम फॉस्फोरस और प्रोटीन के अलावा कई प्रकार के मिनिरल्स से बनी होती हैं बढ़ती उम्र मे पोल्यूशन व बदलती लाइफ स्टाइल के साथ ये पोषक तत्व कम होने लगते हैं, जिससे हड्डियां इतनी कमजोर हों जाती हैं द्य छोटी से छोटी चोट भी फ्रैक्चर का कारण बन जाती है और फ्रैक्चर ज्यादातर कूल्हे कलाई या रीढ़ की हड्डी में होते हैं। डॉ सलिल महाजन ने एक सवाल के जबाब मे बताया कि वेरटेब्रोप्लास्टी सर्जरी क्या है। और यह कैसे की जाती है और मरीज को उससे क्या हानि हो सकती है। वेरटेब्रोप्लास्टी की हड्डी का फ्रैक्चर और बिना चीरे से सीमेंट भरकर फ्रैक्चर का इलाज संभव रीढ़ की हड्डी की एक सर्जरी है,जो स्पाइनल फ्रैक्चर को ठीक करती है वेरटेब्रोप्लास्टी की मदद से स्पाइनल फ्रैक्चर के कारण होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती है। बिना चीरे के ऑस्टियोपोरोसिस के कारण रीढ़ की टूटी हड्डियों में बोन सीमेंट इंजेक्ट किया जाता है। गंभीर फ्रैक्चर के दर्द को दूर करने के लिए वेरटेब्रोप्लास्टी सर्जरी अनुशंसित की जाती है,यह गतिशीलता को बढ़ाने के साथ दर्द की दवा के उपयोग को कम कर सकती है और रीढ़ की हड्डी को स्थिर करता है। कब जरूरत होती है ?रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर में जब घरेलु या अन्य उपचार जैसे की दर्द निवारक दवाएं कैल्शियम विटामिन डी अन्य दवाएं या आराम के बावजूद भी रीढ़ की हड्डी का फ्रैक्चर ठीक नहीं हो रहा हो लगातार दर्द बना रहता हो (गैर चिकत्सा रीढ़) टूटी हुई रीढ़ की हड्डी के कारण स्वास्थ्य स्तिथि में लगातार समस्या बनी रहती हो,जैसे ऑस्टियोपोरोसिस के कारण तेज दर्द,सांस लेने में तकलीफ,सीधा चलने में परेशानी,भावनात्मक या सामाजिक स्तिथियाँ कैंसर की वजह से हड्डी टूटने के दर्द में भी वर्टिब्रोप्लास्टी दर्द निवारण में कारगर है। यह प्रक्रिया दर्द से तत्काल राहत प्रदान करती है इसका उपयोग वर्टिब्रल हेमन्जिओमा के इलाज के लिए भी किया जाता है,एक ऐसी स्तिथि जहां किसी को गंभीर रीढ़ की हड्डी का दर्द होता है,जो प्रवृत्ति फोकल होता है। जब डॉक्टर सलिल महाजन से पूछा गया ऑस्टियोपोरोसिस क्या है और उसका ईलाज और उस से कैसे बचा जा सकता है,उन्होंने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस का इलाज और बचाव मे इसमे मेडिकल और नॉन मेडिकल दोनों पहलुओं का ध्यान रखा जाता है। मेडिकल में दवाई इंजेक्शन और सर्जरी शामिल है जबकि नॉन मेडिकल में हड्डियों को मजबूत बनाने वाली एक्सरसाइज,प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर डाइट पर फोकस किया जाता है। डाइट में प्रोटीन और कैल्शियम से भरपूर जैसे की फिश,सोयाबीन,स्प्राउट्स, दालें,मक्का, और बीन्स आदि को खाने में शामिल करें। दूध और दूध से बनी चीजें जैसे पनीर ,दही ज्यादा खाएं कैल्शियम के लिए धूम्रपान शराब का सेवन ना करें,निरंतर व्यायाम करें और जंपिंग ,स्किप्पिंग,जॉगिंग,साइकिलिंग,स्विमिंग,के साथ गेम्स को खेल सकते हैं,तभी इससे बचा जा सकता है।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।