गुकाविवि में गुरुकुल फार्मेसी का विलय ना किए जाने पर कर्मचारियों में आक्रोश
हरिद्वार। गुरुकुल कांगड़ी फार्मेसी प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों की मांगो को ना माने जाने के संबंध में सभी कर्मचारियों ने मुख्य अधिष्ठाता डॉ दीनानाथ का घेराव किया। कर्मचारियों का आरोप है कि प्रबंधन के मुख्य अधिष्ठाता द्वारा जो प्रस्ताव विश्वविद्यालय को दिए गए हैं, उस प्रस्ताव में उनकी मांगों का कोई भी हो जिक्र नहीं किया गया है जिस कारण सभी कर्मचारियों में उनके प्रति रोष है। कर्मचारियों का कहना है कि काफी लंबे समय से उनकी मांग थी की गुरुकुल फार्मेसी को भी विश्वविद्यालय में ही विलय किया जाना चाहिए। लेकिन इस बार भी उनकी मांगों को प्रस्ताव में ना रख कर फार्मेसी प्रबंधन द्वारा उनके साथ अन्याय किया गया है। जिसको अब सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर शीघ्र ही हमारी मांगों को नही माना गया तो फार्मेसी के समस्त कर्मचारी गण एक बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे और इसकी समस्त जिम्मेदारी फार्मेसी प्रबंधन की होगी। इसी संबंध में आज फार्मेसी कर्मचारियों ने गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति से मुलाकात कर उनके समक्ष अपनी बात रखी। इस अवसर पर कुलपति द्वारा आश्वासन दिया गया की उनकी मांगों को शीघ्र ही कुलाधिपति के समक्ष प्रस्ताव में रखा जाएगा और कुलाधिपति से कर्मचारियों की वार्ता भी कराई जाएगी जिससे कि कर्मचारी भी अपनी मांगों के विषय में अपनी बात रख सकें। इस अवसर पर मुख्य रूप से महामंत्री हीरा सिंह बिष्ट,प्रधान अमरीश कुमार,राज किशोर मिश्रा, आशुतोष चक्रपाणि,सुधीर चौहान, नपेंद्र चौहान,देवेंद्र,मनोज चौहान रामकुमार,संतोष,सुभाष शर्मा, जितेंद्र पांडे, मोहन बहुगुणा,सोनू कुमार आदि कर्मचारी उपस्थित रहे।
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