सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ दो अक्टूबर से शुरू होगा निर्णायक संघर्ष-चौधरी ऋषिपाल अंबावता
हरिद्वार। अलकनंदा घाट पर आयोजित भाकियू अंबावता के तीन दिवसीय अधिवेशन चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि भाजपा सरकार में किसान और महिलाएं सुरक्षित नहीं है। उत्तराखंड का अंकिता भंडारी हत्याकांड हो या महिला पहलवानों का मामला हो। महिलाओं को न्याय नहीं मिल रहा है। पूरे देश का किसान अपनी समस्याओं के लिए संघर्ष और आंदोलन कर रहा है। लेकिन सरकार किसानों की समस्याओं के प्रति असंवदेनशील बनी हुई है। एमएसपी पर गारंटी कानून देने के वादे को भी सरकार पूरा नहीं कर रही है। सरकार की नीतियों के चलते किसानों को उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है। किसान कर्ज माफी की मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार कुछ सुनने को तैयार नहीं है। चौधरी ऋषिपाल अंबावता ने कहा कि सरकार की नीतियों के खिलाफ पूरे देश का किसान एकजुट हो रहा है। दो अक्तूबर को पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लालबहादुर शास्त्री की जयंती पर दिल्ली में किसान घाट पर महापंचायत का आयोजन कर सरकार की नीतियों के खिलाफ निर्णायक संघर्ष शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरिद्वार विश्व प्रसिद्ध धर्मनगरी है। देश दुनिया से लाखों लोग गंगा स्नान के लिए हरिद्वार आते हैं। धर्मनगरी की गरिमा बनाए रखने के लिए शराब के ठेकों और मांस की दुकानों को शहर की सीमा से पांच किमी दूर किया जाए। साथ ही गंगा की अविरलता बनाए रखने के लिए अवैध खनन पर पूरी तरह रोक लगायी जाए। यदि शराब ठेकों को शहर की सीमा से पांच किमी दूर और अवैध खनन पर रोक नहीं लगायी गयी तो आंदोलन किया जाएगा। जम्मू कश्मीर से आए किसान नेता चौधरी अब्दुल कय्यूम ने कहा कि सरकार की नीतियों से किसान त्रस्त है। किसानों की आर्थिक स्थिति लगातार कमजोर हो रही है। छोटे मझोले किसान अपने परिवार को भरण पोषण भी नहीं कर पा रहे हैं। किसानों को राहत देने के लिए उनके ऋण माफ किए जाएं। उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष भोपाल चौधरी एवं महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष रश्मि चौधरी ने कहा कि उत्तराखंड की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए किसानों के हित में नीतियां तैयार की जाए। उन्होंने कहा कि फसलों के परिवहन व भंडारण के लिए किसानों को सुविधा उपलब्ध करायी जाए। जानवरों से फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए सरकार को व्यवस्था बनानी चाहिए। चौघरी जोगेंद्र सिंह अंबावता एवं प्रवीण अंबावता ने कहा कि किसानों के नाम पर चल रहे फर्जी संगठनों पर प्रशासन रोक लगाए। फर्जी किसान संगठनों की आड़ में सीधे सच्चे किसानों का शोषण कर अपनी जेबें भरने वाले तथाकथित किसान नेताओं की जांच कर कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर पूर्व मंत्री अवतार सिंह भड़ाना, राष्ट्रीय महासचिव शमशेर सिंह दहिया,चौधरी धीरसिंह चंदेला,दिलबाग सिंह, लक्ष्मी सिंह चौधरी,शाह आलम,चौधरी विकास,चौधरी अजय सिंह अंबावता,ओमकार भाटी,राष्ट्रीय प्रवक्ता असीम गाजी,भाकियू अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष भोपाल चौधरी,एडवोकेट फरमान त्यागी, रश्मि चौधरी,सुभाष नंबरदार,प्रवीण अंबावता,जोागेंद्र चौधरी,सागर सिंह,सुभाष नम्बरदार, योगेश कुमार सिंह,विकास प्रधान,दिलबाग हुड्डा,बलदेव सिंह,अनिल चौधरी,मौहम्मद शाह आलम ,रामपाल सिंह,सुरेंद्र कसाना सहित देश भर से आए किसान मौजूद रहे।
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