हरिद्वार। देश के क्षत्रिय समाज का क्षत्रिय महासंघ भारत संगठन ने अपने वहुउद्देशीय द्वितीय दो दिवसीय अधिवेशन 12-13 अगस्त को तीर्थनगरी हरिद्वार में होगा। दो दिवसीय सम्मेलन जिला के कनखल स्थित राजपूत पंचायत धर्मशाला में आयोजित किये का निश्चय किया है। इसकी जानकारी क्षत्रिय महासंघ भारत के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह बैस एवं जिला अध्यक्ष संजीव कुशवाह ने दी। उन्होने बताया कि इस अधिवेशन में क्षत्रिय महासंघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन सुरेश सिंह परमार हरियाणा से इस संगठन के मार्गदर्शक व्रज भूषण सिंह सेंगर भोपाल से संगठन सचिव बलराम डाहरे भोपाल से,महासचिव महेश पाल सिंह जादौन अलीगढ से ,श्रीमती गायत्री सिंह महिला मोर्चा की राष्ट्रीय संयोजक वाराणसी से,युवा मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक देहरादून से,पंजाब प्रदेश अध्यक्ष बुध सिंह गौर लुिधयाना,उत्तर प्रदेश के प्रदेशाध्यक्ष राजेश सिंह विसेन वाराणसी के साथ देश के अन्य राज्यो गुजरात,राजस्थान,दिल्ली, छत्तीसगढ ,बिहार झारखंड के प्रदेशाध्यक्ष व पदाधिकारियों के अतिरिक्त काफी तादात में जिलों के जिला अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों व सामान्य सद्स्यों के कनखल की धर्मशाला आने की जानकारी मिली है। इस अधिवेशन में क्षत्रिय समाज के उत्थान के क्रिया कलापों पर व विगत वर्षों में जो कार्य किये गये समाज हित में उन पर विचार विमर्श होने की सम्भावना है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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