हरिद्वार। सिद्धपीठ नीलेश्वर महादेव मंदिर के परमाध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि सावन में भगवान शिव की आराधना करने से व्यक्ति के कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। नीलेश्वर महादेव मंदिर में जलाभिषेक करने आए श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए श्रीमहंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि भगवान शिव को श्रावण मास अत्यन्त प्रिय है। सभी को पूर्ण विधि विधान एवं श्रद्धाभाव के साथ भगवान शिव का जलाभिषेक करना चाहिए। जलाभिषेक करते समय ओम नमः शिवाय मंत्र का जाप करें और भगवान शिव के साथ माता पार्वती का भी ध्यान करें। ऐसा करने से श्रद्धालु को भगवान शिव और माता पार्वती दोनों की कृपा प्राप्त होती है। शिव शक्ति की सम्मिलित कृपा से जीवन भवसागर से पार हो जाता है। सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। प्रत्येक कार्य में सफलता मिलती है। जीवन सदैव उन्नति की और अग्रसर रहता है। श्रीमहंत प्रेमदास महाराज ने कहा कि सदैव भक्तों पर कृपा करने वाले भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का सावन सबसे अच्छा अवसर है। इसलिए सभी को पूरे सावन मास भगवान शिव की आराधना अवश्य करनी चाहिए।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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