हरिद्वार। सुख-समृद्धि और हरियाली के प्रतीक हरेला पर्व तथा “हरित बीएचईएल” पहल के अंतर्गत बीएचईएल हरिद्वार में एक वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक प्रवीण चन्द्र झा के नेतृत्व में मैटेरियल गेट के सामने खाली भूमि पर विभिन्न प्रजातियों के पेड़ लगाए गए। सोसाइटी फॉर कंजर्वेशन ऑफ वाइल्डलाइफ (एससीडब्ल्यू) तथा पैंजिया इको नेट एसेट्स प्राइवेट लिमिटेड (ग्रो ट्रीज) के सहयोग से यह वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रवीण चन्द्र झा ने ‘वृक्ष लगाओ,जीवन बचाओ’,जहाँ हरियाली, वहाँ खुशहाली तथा ‘सांसे हो रही कम,आओ पेड़ लगाएं हम’ आदि पंक्तियों के द्वारा लोगों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण के लिए प्रेरित किया। पर्यावरण संरक्षण का महत्व समझाते हुए उन्होंने सभी से इस कार्य में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। उल्लेखनीय है कि ‘हरित बीएचईएल’ पहल के अंतर्गत लगभग 15,000 पेड़ लगाने तथा 3एकड़ भूमि पर मियावाकी वन विकसित करने एवं 58 एकड़ जमीन को वन भूमि में परिवर्तित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस अवसर पर जिला वन अधिकारी नीरज शर्मा,महाप्रबंधक(प्रभारी)सीएफएफपी वी.के.रायजादा,वरिष्ठ कमांडेंट(र्सीआइ एसएफ) सत्यदेव आर्य,ग्रो ट्रीज के प्रतिनिधि विवेक अरोरा,अनेक महाप्रबंधक,वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी तथा यूनियन एवं फेडरेशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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