हरिद्वार। श्री गंगा सभा के तत्वावधान में हर की पैड़ी पर 77वां स्वतंत्रता दिवस समारोह हजारों श्रद्वालुओं के साथ धूमधाम के साथ मनाया गया। श्रीगंगा सभा अध्यक्ष एवं महामंत्री ने गंगा सभा के पदाधिकारियों संग ध्वजारोहण कर देष के अमर शहीदों को नमन करते हुए देषवासियों को शुभकामनाएं दी। इस दौरान मालवीय द्वीप पर अचीवर्स पब्लिक होम के स्कूली बच्चों द्वारा दी गयी सांस्कृतिक कार्यक्रम ने माहौल को देषभक्तिमय बना दिया। मंगलवार को 77वें स्वतंत्रता दिवस के मौके विष्व प्रसिद्व हर की पैड़ी पर श्रीगंगा सभा द्वारा भव्य ध्वजारोहण समारोह आयोजित हुआ। श्री गंगा सभा अध्यक्ष नितिन गौतम जी तथा महामंत्री तन्मय वषिष्ठ सहित गंगा सभा के पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय ध्वज का रोहण किया। इस मौके पर गंगा सभा नितिन गौतम ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कई वर्षो तक संघर्ष तथा हजारों बलिदान के बाद मिली आजादी को संजोय कर रखने की आवष्यकता है। महामंत्री तन्मय वषिष्ठ ने स्वतंत्रता दिवस की सभी को शुभकामनाएं एवं बधाई देते हुए कहा कि आजाद के बाद से देश ने काफी तरक्की की है। तरक्की को आगे ले जाने के लिए हर नागरिक को देष की तरक्की और मजबूती के लिए मिलकर होगा। इस दौरान स्कूली बच्चों द्वारा दी गयी शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम ने वातावरण को देषभक्तिमय बना दिया। इस दौरान गंगा सभा स्वागत मंत्री सिद्वार्थ चक्रपाणि,समाज कल्याण मंत्री विकास प्रधान,स्वागत सचिव वीरेन्द्र कौषिक,समाज कल्याण सचिव अवधेष कौषिक,दलपति पुनीत त्रिपाठी,योगेष बक्श,गंगा सेवक दल के सचिव उज्जवल पण्डित,अनुराग लिब्बारेड़ी,बावूराम मिश्र,अभय त्रिपाठी,निर्मल गोस्वामी,संजीव शास्त्री,नवीनमल,विभोर वक्ष तथा सुधीर मिश्रा सहित गंगा सभा के पदाधिकारियों के अलावा बड़ी संख्या में गंगा सेवक सहित हजारों की तादाद में विभिन्न राज्यों से पहुचे श्रद्वालु मौजूद रहे। इस मौके पर बच्चों द्वारा मालवीय द्वीप पर आयोजित संास्कृतिक कार्यक्रम ने माहौल को पूरी तरह से देषभक्तिमय बना दिया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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