हरिद्वार। आपदा प्रबन्धन अधिकारी सुश्री मीरा रावत ने अवगत कराया है कि मौसम विज्ञान केन्द, देहरादून द्वारा 22 अगस्त को जारी मौसम पूर्वानुमान में 23 से 24 अगस्त तक के लिये जनपद हेतु रेड अलर्ट जारी करने तथा कहीं-कहीं गर्जन के साथ आकाशीय बिजली चमकने, वर्षा के अति तीव्र से अत्यन्त तीव्र दौर होने की सम्भावना के मद्देनजर जनपद में आपदा की सम्भावना के दृष्टिगत जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने निर्देश दिये हैं कि-प्रत्येक स्तर पर तत्परता बनाये रखते हुये सावधानी,सुरक्षा एवं आवागमन में नियंत्रण बरता जाये,किसी भी आपदा,दुर्घटना की स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान किया जायें,आपदा प्रबन्धन आईआरएस प्रणाली के नामित समस्त अधिकारी एवं विभागीय नोडल अधिकारी हाई अलर्ट में रहेंगे। एनएच,पीडब्ल्यूडी,पीएमजीएसवाई, एडीबी, बीआरओ,सीपीडब्ल्यूडी आदि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे,समस्त राजस्व उपनिरीक्षक ग्राम विकास अधिकारी,ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे,समस्त चौकी,थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे,किसी भी प्रकार की आपदा की सूचना जिला आपाताकालीन परिचालन केन्द्र,हरिद्वार के दूरभाष नम्बर-01334-223999,1077(टोल फ्री) 7055258800,7900224224,9068688840 पर तत्काल दर्ज करायेगें,इस अवधि में किसी भी अधिकारी,कर्मचारी के मोबाईल फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे। इस अवधि में लोगों के फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था की जायें तथा नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कल्वटों के अवरोधों को दूर किया जाये। जिलाधिकारी ने भारतीय मौसम विभाग द्वारा जारी मौसम पूर्वानुमान के दृष्टिगत जनपद में आपदा प्रबन्धन से सम्बन्धित समस्त सेवाओं को तत्पर रखे जाने के साथ ही किसी भी आपदा की स्थिति में प्रतिवादन का उच्च स्तर बनाये रखने के निर्देश दिये हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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