हरिद्वार। श्री हरेराम आश्रम के परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान का वह भण्डार है। जिसे जितना ग्रहण करो जिज्ञासा उतनी ही बढ़ती जाती है। आश्रम में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दूसरे दिन श्रद्धालु भक्तों को संबोधित करते हुए स्वामी कपिल मुनि महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन और श्रवण दोनों सदैव कल्याणकारी हैं। कलियुग में कल्याण के लिए भगवान का स्मरण और कथा श्रवण आवश्यक है। संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण के प्रभाव से कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। पूर्व जन्म के दोष दूर होते हैं और परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप महाराज ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण से मिले ज्ञान को आत्मसात करने से जीवन सफल हो जाता है। गंगा स्नान और गंगा तट पर श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण करने मात्र से भक्त का कल्याण हो जाता है। कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी शिवानंद महाराज ने कहा कि हरिद्वार की पावन धरा एवं संत महापुरूषों के सानिध्य में कथा श्रवण करने से सहस्त्र गुणा पुण्य फल की प्राप्ति होती है। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण और श्रवण कराना दोनो ही मुक्तिदायिनी हैं। कथा श्रवण के प्रभाव से आत्मा की मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होता है तथा अधोगति में पड़े पितरों को भी मोक्ष प्राप्त होता है। इस अवसर पर कथा संयोजक डा.जितेंद्र सिंह, महंत गोविंद दास, महंत राघवेंद्र दास, स्वामी कृष्ण मुनि, महंत गंगादास, स्वामी नामदेव सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
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