हरिद्वार। जगजीतपुर स्थित मातृसदन आश्रम में संदिग्धों के घुसने की घटनाओं की कनखल पुलिस की जांच में षडयंत्र जैसी कोई बात सामने नहीं आयी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि पहली घटना में आश्रम में घुसा एक संदिग्ध मानसिक रोगी निकला है जबकि दूसरी घटना में एक प्रेमी जोड़ा एकांत की तलाश में आश्रम की तरफ चला गया था। एसएसपी ने आश्रम की सुरक्षा को लेकर पुलिस को दिशा निर्देश जारी किए हैं। मातृसदन आश्रम की और से पुलिस को तहरीर देकर बीती 11 अगस्त की रात आश्रम में संदिग्ध व्यक्ति के घुसने की सूचना देने के साथ अगले दिन पुलिस को इस संबंध में प्रार्थना दिया गया था। इसके करीब एक सप्ताह बाद 18 अगस्त को एक महिला व एक युवक के आश्रम में घुसने की आशंका जताते हुए पुलिस को सूचना दी गयी थी। मातृसदन के परमाध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने भी आश्रम में प्रैस कांफ्रेंस कर षड़यंत्र की आशंका जतायी थी। एसएसपी ने पुलिस को घटनाओं की जांच करने के निर्देश दिए थे। पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आश्रम में संदिग्ध व्यक्ति के घुसने की सूचना पर जगजीतपुर पुलिस मौके पर पहुंची और आश्रम में घुसे संदिग्ध को चौकी लाकर पूछताछ की तो उसने नाम बबलू पुत्र बैजनाथ निवासी जिला छपरा बिहार बताया। उसने बताया कि वह वह रात में घाट या किसी शेल्टर में सो जाता था। लेकिन कुछ दिनों से रोजाना बारिश होने के कारण वह आश्रम के पीछे बने कमरे में सोने के लिए चला जाता था। और दिन में इधर उधर घूमकर मांग कर खाना खा लेता था। पुलिस द्वारा मातृ सदन के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ में पता चला कि कांवड़ के बाद से वह व्यक्ति यहां आस-पास घूमता रहता है और दिमागी रूप से परेशान है। वह लोगों के घरों और दुकानों के आगे मांगकर अपना पेट भरता है। काफी प्रयास के बाद भी उसके परिवारजनों के बारे में पुलिस को कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। उसके परिवारजनों के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए उसके फोटो बिहार व अन्य राज्यो में भेजकर पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अस्पताल में नियुक्त मनोचिकित्सक राजीव रंजन तिवारी द्वारा उसकी मेडिकल जांच की गयी है। जिसमें उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं बताई गई है। दूसरी घटना की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से पुरूष की पहचान सावन पुत्र सतीश निवासी जगजीतपुर अड्डा थाना कनखल जनपद हरिद्वार के रूप में हुई है। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसका 151सीआरपीसी में चालान कर दिया है। जबकि महिला की अभी पहचान नहीं हो पायी है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि दोनों प्रकरणों में अब तक की जांच में कोई षड्यंत्र सामने नही आया है,आश्रम की सुरक्षा के लिए सम्बन्धित थाना प्रभारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। चौकी प्रभारी,चेतक मोबाइल और थाना मोबाइल के द्वारा पूर्व से ही आश्रम के आसपास लगातार गश्त की जा रही है। जहां लगातार संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी की जाती है। चेतक पुलिसकर्मी को आश्रम के आसपास आने जाने वाले लोगों से पूछताछ करने हेतु हिदायत दी गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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