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शांतिकुंज में राष्ट्रीय सक्रिय कार्यकर्त्ता शिविर का समापन

 वर्तमान समय सकारात्मक परिवर्तन करने का सुनहरा अवसर  


हरिद्वार। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज में चल रहे तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकर्ता शिविर का आज समापन हो गया। इस दौरान शांतिंकुज के विषय विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को झाारखण्ड, बिहार,पं.बंगाल,सिक्किम सहित अन्य पूर्वी राज्यों में नारी जागरण,बाल संस्कार शाला,परिवार व समाज निर्माण जैसे अनेक विषयों पर मार्गदर्शन दिया। समापन अवसर पर शिविर में सम्मिलित १२०० से अधिक चयनित सक्रिय कार्यकर्ताओं ने प्रज्वलित लाल मशाल के साक्षी में हाथ उठाकर संकल्प लिया। समापन से पूर्व प्रतिभागियों को दिये अपने संदेश में शांतिकुंज अधिष्ठात्री श्रद्धेया शैलदीदी ने कहा कि यह सुनहरा अवसर है,जब हम संगठित होकर परिवार, समाज व राष्ट्र को ऊँचा उठाने के लिए कार्य करें। समाज के प्रत्येक वर्ग में सुधारात्मक परिवर्तन के लिए जन-जन को प्रेरित करें। गुरुवर के दिव्य संदेश को घर-घर पहुंचाये। उन्होंने कहा कि हमारे परिजनों को सादा जीवन उच्च विचार वाले होने चाहिए। अपने संदेश में गायत्री परिवार प्रमुख डॉ. प्रणव पण्ड्या ने गायत्री परिवार के संस्थापक युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी के संस्मरणों को याद करते हुए कहा कि सद्गुरु के निर्देशों को पालन से शिष्य का उत्तरोत्तर प्रगति होता है। इस अवसर पर उन्होंने कार्यकर्त्ताओं को निःस्वार्थ सेवाभाव से समाज के विकास में जुट जाने का आवाहन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय जोनल समन्वयक डॉ ओपी शर्मा ने कहा कि महाकाल की योजना को पूरा करने की जिम्मेदारी स्वयं महाकाल की है, हम केवल निमित्त मात्र हैं। शिविर समन्वयक वीरेन्द्र तिवारी ने कहा कि घर-घर में देवस्थापना एवं गंगाजली स्थापना के रूप में भारतीय संस्कृति का बीज बोये, जिससे परिवारिक वातावरण सभ्य एवं सुसंस्कृत बन सके। शिविर के दौरान बिहार,झारखण्ड,पं.बंगाल,सिक्किम सहित पूर्वी राज्यों में भारतीय संस्कृति के विस्तार हेतु वक्ताओं ने विविध योजनाओं पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने अपने विविध प्रश्नों एवं शंकाओं का व्यावहारिक समाधान पाया। विदाई से पूर्व भव्य मशाल रैली निकाली गयी। जिसमें प्रतिभागियों ने पंक्तिबद्ध हो शांतिकुंज की परिक्रमा की। शिविर के दौरान देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के कुलपति शरद पारधी,केदार प्रसाद दुबे,डॉ.गायत्री शर्मा,श्याम बिहारी दुबे,संदीप कुमार,सुश्री दीना त्रिवेदी आदि ने भी विभिन्न विषयों पर प्रतिभागियों को जानकारी दी।


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