हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने जिलाधिकारी से हाईवे की साइड रोड, पुलो एवं कई जगह शहर की अंदरुनी कालोनियों की सड़को पर बड़े बड़े हादसों को न्योता दे रहे गद्दों का जल्द से जल्द पेचवर्क कराने की मांग की है। सेठी ने कहा कि सड़कों में गढ्ढों की वजह से राहागीर विशेषकर दोपहिया वाहन चालक दुर्घटना का शिकार हो रहे है। सेठी ने इमेल के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजे पत्र में कहा कि भारी बारिश की वजह से सड़को पर जगह जगह गढ्ढे हो गए हैं। जिसकी वजह से आवागमन, यातायात बाधित होने के साथ दुर्घटनाएं भी हो रही हैं। गढ्ढों में बारिश का पानी भरा होने से दोपहिया वाहन चालक गद्दों में गिरकर चोटिल हो रहे है। ज्वालापुर सिंहद्वार से लेकर सप्तऋषि तक हाईवे की साइड रोड की हालत बहुत खराब हो चुकी है। रोड़ की हालत सुधारने के लिए हाईवे अथॉरिटी को निर्देशित किया जाए। मांग करने वालों में मुख्य रूप से जिला उपाध्यक्ष विनेश शर्मा, एसएन तिवारी, पवन पांडेय,हरीश भट्ट,शिवेश महेश्वरी, अनिल कुमार, पंकज माटा, महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चोरसिया,महामंत्री नाथीराम सैनी,कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल, जगजीतपुर अध्यक्ष रणवीर शर्मा, राज वर्मा, मनोज ठाकुर, उमेश चौधरी, जिला मंत्री रवि बांगा, गोपी शर्मा, दीपक मेहता, महेश चौधरी शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment