हरिद्वार। शिवालय निकेतन ट्रस्ट के अध्यक्ष स्वामी बिपनानंद महाराज ने कहा कि ज्ञानवापी के सर्वे में जिस प्रकार मंदिर होने के तथ्य सामने आ रहे हैं। उससे साफ है कि ज्ञानवापी मंदिर ही है। बैरागी कैंप स्थित श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े में संतों के साथ चर्चा के दौरान स्वामी बिपनानंद महाराज ने कहा कि सनातन धर्म संस्कृति विश्व की सबसे महान संस्कृति है। प्राचीन मठ मंदिर सनातन धर्म संस्कृति की पहचान हैं। जिन्हें नष्ट नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए संत समाज को एकजुट होना होगा। ज्ञानवापी पर तस्वीर जल्द ही पूरी तरह साफ हो जाएगी और हिंदू समाज को न्याय मिलेगा। श्री पंच निर्मोही अनी अखाड़े के सचिव महंत गोविंद दास महाराज ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी संत महापुरूषों को सनातन धर्म संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आना चाहिए। हरिद्वार देवभूमि उत्तराखंड का प्रवेश द्वार और संतों की नगरी है। ऐसे में किसी संत को ही लोकसभा में हरिद्वार का प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा हाईकमान को अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में हरिद्वार के किसी संत को चुनाव को ही उम्मीदवार बनाना चाहिए। जिससे वह धर्म संस्कृति के उत्थान के साथ संतों की समस्याओं को भी प्रमुखता से संसद के समक्ष रख कर समाधान करा सके। स्वामी नागेंद्र ब्रह्मचारी ने कहा कि हरिद्वार में कई योग्य संत हैं। भाजपा हाईकमान को लोकसभा चुनाव के लिए संत को ही उम्मीदवार बनाना चाहिए। इस अवसर पर महंत लंकेश दास,महंत पवित्र दास,महंत सिंटू दास आदि संत भी मौजूद रहे।
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