श्रीचंद्र भगवान ने समाज को समरसता के सूत्र में बांधा-श्रीमहंत रविंद्रपुरी
हरिद्वार। उदासीनाचार्य जगद्गुरू भगवान श्रीचंद्र महाराज की जयंती धूमधाम से मनायी जाएगी। जयंती के आयोजन को लेकर कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में आयोजित अखाड़े की संतों की बैठक में कोठारी महंत राघवेंद्र दास महाराज ने बताया कि उदासीनाचार्य भगवान श्री चंद्र महाराज की जयंती के उपलक्ष्य में 22 सितम्बर से 24 सितम्बर तक कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की श्रंखला में 22 सितम्बर को संत महापुरूषों के सानिध्य में चंद्राचार्य चौक से बैण्ड बाजों व भव्य झांकियों से सुसज्जित विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। शोभायात्रा चंद्राचार्य चौक से प्रारंभ होकर नगर भ्रमण करते हुए कनखल स्थित अखाड़े में पहुंचकर संपन्न होगी। कारोबारी महंत गोविंद दास महाराज ने कहा कि उदासीनचार्य भगवान श्री चंद्र की जयंती के अवसर पर शोभायात्रा के अतिरिक्त संत महापुरूषों के सानिध्य में संत सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष एवं श्रीपंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज व अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्रदास महाराज ने कहा कि भगवान श्री चंद्र ने पूरे देश का भ्रमण कर सनातन धर्म का प्रचार प्रसार किया और अंधविश्वास और पाखंड के खिलाफ अलख जगायी। उन्होंने जात पात जैसी कुरीतियों का खंडन किया और समाज को समरसता के सूत्र में बांधा। बैठक में अखाड़ा परिषद कोषाध्यक्ष महंत जसविन्दर सिंह,महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद,महामंडलेश्वर स्वामी कपिल मुनि,महंत रूपंेंद्र प्रकाश, श्रीमहंत धर्मदास,महंत सूरज दास,महंत रघुवीर दास,वैष्णों मंडल के अध्यक्ष महंत नारायण दास पटवारी,महंत प्रेमदास, महंत बलवंत दास, महंत कन्हैया दास,स्वामी रविदेव शास्त्री, महंत जयेंद्र मुनि,स्वामी कृष्णानंद,स्वामी केशवानंद,महंत गंगादास,महंत सुतिक्ष्ण मुनि,महंत गंगादास उदासीन सहित कई संत महापुरूष मौजूद रहे।
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