हरिद्वार। महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी ने अघोषित विद्युत कटौती का विरोध करते हुए पूरी आपूर्ति दिए जाने की मांग की है। प्रैस को जारी बयान में सेठी ने कहा कि ग्रामीण इलाको, ज्वालापुर के बाद अब हरिद्वार शहर और हरकी पैड़ी क्षेत्र में अघोषित विद्युत कटौती की शुरू कर दी गयी है। बिना किसी पूर्व सूचना के विद्युत आपूर्ति बंद किए जाने से व्यापारियों, होटल व्यवसासियों ओर आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सेठी ने कहा कि विद्युत विभाग जब हर माह पूरा बिल वसूल करता है और बिल नहीं चुका पाने पर कनेक्शन काट दिया जाता है,तो सप्लाई 24 घंटे सुचारू रखना भी विभाग का काम है। विद्युत विभाग ने अगर कटौती बंद नहीं की तो सड़कों पर उतरकर विरोध जताया जाएगा। विरोध जताने वालों में मुख्यरूप से महानगर अध्यक्ष जितेंद्र चोरसिया,महामंत्री नाथीराम सैनी,कोषाध्यक्ष मुकेश अग्रवाल,उपाध्यक्ष सुनील मनोचा,खड़खड़ेश्वर अध्यक्ष भूदेव शर्मा, जिला उपाध्यक्ष पंकज माटा,जिला उपाध्यक्ष विनेश शर्मा,जिला उपाध्यक्ष एसएन तिवारी,जिला उपाध्यक्ष पवन पांडेय,जिला उपाध्यक्ष अनिल कुमार,जिला मंत्री रवि बांगा, जिला सचिव हरिओम शर्मा, धर्मपाल प्रजापति, दीपक मेहता, गणेश शर्मा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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