हरिद्वार। पतंजलि आयुर्वेद महाविद्यालय में पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें में बी.ए.एम.एस. एवम एम.डी. आयुर्वेद के छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ.अनिल कुमार ने कहा कि नशा युवा पीढ़ी को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। स्वामी रामदेव जी महाराज व आचार्य बालकृष्ण जी वर्षों से नशा मुक्त भारत के अभियान को गति प्रदान कर रहे हैं। पतंजलि वैलनेस व पतंजलि आयुर्वेद हॉस्पिटल में लाखों-करोड़ों लोग नशा मुक्त होकर स्वस्थ जीवनशैली अपना चुके हैं। इस अवसर पर महाविद्यालय उप-प्राचार्य डॉ.के.जे.गिरीश,पोस्टर परीक्षक के रूप में प्रोफेसर डॉ.एस.एम.त्रिपाठी ,प्रोफेसर डॉ.रमाकांत मारडे,प्रोफेसर डॉ.सचिन रावण,पतंजलि वेलनेस से डॉ.कनक सोनी,डॉ.पूर्वा सोनी एवं कार्यक्रम के आयोजक के रूप में अगद तन्त्र विभाग से डॉ.आशीष गोस्वामी(नोडल ऑफिसर एंटी ड्रग कैंपेन,पतंजलि आयुर्वेद कॉलेज) एवं डॉ.नरेन्द्र वत्स उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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