हरिद्वार। विगत कई दशकों से पतंजलि योगपीठ कृषि क्षेत्र में जैविक उत्पाद तथा किसानों के आजीविका अभिवृद्धि हेतु निरंतर शोध कर रहा है। कृषि के डिजिटलीकरण में भी पतंजलि के कार्यों को वैश्विक स्तर पर स्वीकार्यता मिल रही है तथा पतंजलि कृषि क्षेत्र में नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इसी कड़ी में वैश्विक स्तर की शोध पत्रिका में एक शोध आलेख प्रकाशित हुआ है जिसमें कृषि को डिजिटलाइज करने में पतंजलि के प्रयासों की सराहना की गई है। यह के क्षेत्र में पतंजलि की प्रभावशाली पहचान को दर्शाता है। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कृषि को डिजिटलाइज करने के लिए भारत सरकार प्रयासरत है। इस कार्य में पतंजलि ने हरित क्रांति तथा अन्नदाता ऐप विकसित करके किसानों की कृषि भूमि की जीयो मैपिंग व जीयो टैगिंग,खेत की मिट्टी की गुणवत्ता से लेकर जैविक खाद, उन्नत किस्म के बीज, कीटनाशक,मंडी संबंधी जानकारी व अन्य कृषि उत्पादों के बाजार संबंधी एक सम्पूर्ण समाधान एक जगह उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि पतंजलि का अनुसंधान निश्चित रूप से किसानों की आय की अभिवृद्धि के लिए कार्य कर रहा है। एक ओर पतंजलि ऑर्गेनिक रिसर्च इंस्टीट्यूट के कुशल वैज्ञानिकों की टीम निरंतर कृषि को उन्नत बनाने के लिए प्रयासरत है तो वहीं पतंजलि की आई.टी. की टीम कृषि को सरल बनाने हेतु संकल्पित है। हरित क्रांति व अन्नदाता ऐप यूजर फ्रैंडली हैं तथा इन्हें संचालित करना बहुत आसान है। ये ऐप किसानों के लिए वरदान सिद्ध हो रहे हैं। आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि हमें अपने वैज्ञानिकों की टीम पर गर्व है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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