हरिद्वार। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को कलक्ट्रेट सभागार में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा राजमार्ग निर्माण में आ रही कठिनाइयों आदि के सम्बन्ध में एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों ने जनपद हरिद्वार में कहां-कहां सड़क निर्माण आदि कार्य संचालित हो रहे हैं तथा उनके संचालित करने में किस स्थान पर किस तरह की समस्या हो रही है, के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी पक्षों को सुनने के बाद सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिये। श्री गर्ब्याल ने बैठक में पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को शंकराचार्य चौक-चण्डीपुल होते हुये कांगड़ी तक सड़क की मरम्मत हेतु दिये गये निर्देशों के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि सम्पूर्ण शहरी क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग 34, 334 पर मरम्मत का कार्य आज से ही शुरू कर दिया गया है,जो अब लगातार चलेगा। बैठक में अतिक्रमण हटाने के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई,जिस पर जिलाधिकारी ने बढ़ेडी राजपूताना से लेकर टोल प्लाजा तक आगामी 25 सितम्बर को अतिक्रमण अभियान चलाने के निर्देश दिये। बैठक में हरिद्वार रिंग रोड में कुछ क्षेत्रों में भूमि की पैमाइश, मिट्टी क्षेत्र में खनन की अनुमति तथा वन क्षेत्रों में रात्रि में निर्माण कार्य कराये जाने की अनुमति आदि के सम्बन्ध में विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिस पर जिलाधिकारी ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को आपसी समन्वय स्थापित करते हुये जो भी बाधायें हैं,उन्हें यथाशीघ्र दूर करने के निर्देश दिये। इस अवसर पर संयुक्त मजिस्ट्रेट रूड़की अभिनव शाह, एसडीएम अजय बीर सिंह,डिप्टी कलक्टर मनीष सिंह, एसपी ट्रैफिक,परियोजना निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण रूड़की प्रदीप गुसांईं, अधिशासी अभियन्ता एनएचआई अतुल शर्मा, मैनेजर एनएचआई राघव त्रिपाठी, खनन अधिकारी प्रदीप कुमार,वन विभाग के अधिकारी सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment