हरिद्वार। शताब्दी वर्ष के अवसर पर आयोजित समूह भजन गान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एसएमएसडी इंटर कॉलेज कनखल की छात्राओं ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान एसएमएस डी इंटर कॉलेज खड़खड़ी की छात्राओं ने हासिल किया जबकि तीसरा स्थान श्री जगदेव सिंह संस्कृत महाविद्यालय सप्त ऋषि हरिद्वार के छात्रों ने प्राप्त किया समूह देशभक्ति गीत में प्रथम स्थान श्री जगदेव सिंह संस्कृत महाविद्यालय के छात्रों ने प्रथम स्थान प्राप्त किया दूसरे स्थान पर एसएमएस डी इंटर कॉलेज कनखल की छात्राएं रही और तृतीय स्थान एसएमएस डी इंटर कॉलेज खड़खड़ी की छात्राओं ने प्राप्त किया। चार्ट प्रतियोगिता में एसएमएस डी इंटर कॉलेज खड़खड़ी के छात्र अर्चित ने प्रथम स्थान और शिवानी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया जबकि तृतीय स्थान एसएमएसडी इंटर कॉलेज कनखल के छात्र प्रियांशु राजपूत ने प्राप्त किया रंगोली प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एसएमएस डी इंटर कॉलेज कनखल की छात्राएं खुशी और सांची ने संयुक्त रूप से प्राप्त किया और द्वितीय स्थान पर एसएमएस डी इंटर कॉलेज खड़खड़ी की छात्राएं माही थापा और काजल रही प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर एसएमएस डी इंटर कॉलेज कनखल के छात्र आशीष चौहान लव सैनी और साहिल राजपूत रहे जबकि द्वितीय स्थान एसएमएसडी इंटर कॉलेज खड़खड़ी नीतू ,सोबरन सिंह एवं राजेश्वरी गोस्वामी ने संयुक्त रूप से प्राप्त किया। पेंटिंग प्रतियोगिता में एसएमएस डी इंटर कॉलेज खड़खड़ी के छात्र सुमित सक्सेना ने प्रथम तथा द्वितीय स्थान पीयूष ने प्राप्त किया। बेस्ट आउट ऑफ द बेस्ट प्रतियोगिता में एसएमएस डी इंटर कॉलेज खड़खड़ी की छात्र दिव्या और माही ने सहित रूप से प्रथम स्थान तथा द्वितीय स्थान कनक और वैष्णवी ने प्राप्त किया। काव्य पाठ प्रतियोगिता में श्रीजगदेव सिंह महाविद्यालय के छात्र शिवचरण ने पहला, एसएमएसडी इंटर कॉलेज की छात्रा खुशी लोहनी ने दूसरा तथा तृतीय स्थान आशुतोष ने प्राप्त किया भाषण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान उदित उनियाल द्वितीय स्थान सूरज कुमार तिवारी तृतीय स्थान आशीष चौहान ने प्राप्त किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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