हरिद्वार। स्वामी नागेंद्र ब्रह्मचारी ने तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म विरोधी बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि जिसने भी सनातन धर्म का विरोध किया है। वह खुद नष्ट हो गया है। उन्होंने कहा कि सनातन ही पुरातन है और आदि और अंत है। सनातन धर्म संस्कृति का विरोध करने वाले लोग कभी भारत के हितैषी नही हो सकते। स्वामी आदियोगी महाराज ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने के लिए सनातन धर्म संस्कृति से खेलने नही दिया जाएगा। तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से कर सनातन को समाप्त करने की जो बात कही है। वह उनके मानसिक दिवालिएपन को दर्शा रहा है और उनकी सरकार को नष्ट करने के लिए काफी है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म की जड़ंे बहुत मजबूत हैं। सनातन को समाप्त करने वाले इस संसार में जाने कितने आए जाने कितने चले गए और सनातन भारत में लोक कल्याण की कामना कर रहा है। स्वामी आदियोगी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग भी की है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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