हरिद्वार मुख्यालय स्तर पर नाबालिक गुमशुदा बच्चों की तलाश हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में जनपद हरिद्वार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, नोडल। सिटी श्रीमति जूही मनराल के पर्यवेक्षण काम कर रही टीम द्वारा दो दिव्यांग बालिकाओं नाम पता अज्ञात उम्र लगभग क्रमशः 6 व 9 वर्ष, जो की पूर्ण रूप से दिव्यांग है उनकी स्थिति को देखकर रेस्क्यू किया गया व हर की पैड़ी, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन हरिद्वार में विशेष टीम गठित कर परिजनों की तलाश की गई परंतु नाबालिक बालिकाओं के परिजनों का कोई पता नहीं चल पाया। जिस पर। टीम द्वारा दोनों दिव्यांग बालिकाओं का चिकित्सा परीक्षण करवाने के पश्चात बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति हरिद्वार द्वारा स्थिति को समझते हुए दोनो दिव्यांग बालिकाओं को विशेष रूप से आग्रह,आदेश कर रात्रि संरक्षण हेतु खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में संरक्षण दिलवाया गया और अगली सुबह से ही बाल कल्याण समिति हरिद्वार की अध्यक्ष श्रीमति अंजना सैनी व आपरेशन इस्माईल टीम। हरिद्वार द्वारा पूरे उत्तराखंड राज्य के दिव्यांग बालिका संरक्षण गृह,आवासीय गृह से संपर्क कर दोनो बालिकाओं के संरक्षण हेतु प्रयास किया गया। जिसके फलस्वरूप 11 अक्टूबर की सांय दोनो लावारिस दिव्यांग बालिकाओं को बालिका शिशु निकेतन केदारपुरम देहरादून में संरक्षण दिलवाया गया। लावारिस दिव्यांग बालिकाओं के परिजनों की तलाश जारी है। ऑपरेशन स्माइल टीम में उप निरीक्षक जयवीर रावत,हे0 का0 राकेश कुमार, म0 हेका0 हेमलता पाल का0 मुकेश कुमार, का0 दीपक चन्द शामिल रहे।
हरिद्वार मुख्यालय स्तर पर नाबालिक गुमशुदा बच्चों की तलाश हेतु चलाए जा रहे अभियान के क्रम में जनपद हरिद्वार में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोभाल, नोडल। सिटी श्रीमति जूही मनराल के पर्यवेक्षण काम कर रही टीम द्वारा दो दिव्यांग बालिकाओं नाम पता अज्ञात उम्र लगभग क्रमशः 6 व 9 वर्ष, जो की पूर्ण रूप से दिव्यांग है उनकी स्थिति को देखकर रेस्क्यू किया गया व हर की पैड़ी, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन हरिद्वार में विशेष टीम गठित कर परिजनों की तलाश की गई परंतु नाबालिक बालिकाओं के परिजनों का कोई पता नहीं चल पाया। जिस पर। टीम द्वारा दोनों दिव्यांग बालिकाओं का चिकित्सा परीक्षण करवाने के पश्चात बाल कल्याण समिति हरिद्वार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बाल कल्याण समिति हरिद्वार द्वारा स्थिति को समझते हुए दोनो दिव्यांग बालिकाओं को विशेष रूप से आग्रह,आदेश कर रात्रि संरक्षण हेतु खुला आश्रय गृह ज्वालापुर में संरक्षण दिलवाया गया और अगली सुबह से ही बाल कल्याण समिति हरिद्वार की अध्यक्ष श्रीमति अंजना सैनी व आपरेशन इस्माईल टीम। हरिद्वार द्वारा पूरे उत्तराखंड राज्य के दिव्यांग बालिका संरक्षण गृह,आवासीय गृह से संपर्क कर दोनो बालिकाओं के संरक्षण हेतु प्रयास किया गया। जिसके फलस्वरूप 11 अक्टूबर की सांय दोनो लावारिस दिव्यांग बालिकाओं को बालिका शिशु निकेतन केदारपुरम देहरादून में संरक्षण दिलवाया गया। लावारिस दिव्यांग बालिकाओं के परिजनों की तलाश जारी है। ऑपरेशन स्माइल टीम में उप निरीक्षक जयवीर रावत,हे0 का0 राकेश कुमार, म0 हेका0 हेमलता पाल का0 मुकेश कुमार, का0 दीपक चन्द शामिल रहे।
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