हरिद्वार। नाबालिग से दुष्कर्म करने के मामले में स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट/अपर जिला जज कुमारी कुसुम शानी ने आरोपी चाचा को दोषी करार दिया। अदालत ने दोषी को 20 साल की कठोर कारावास और एक लाख रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है। शासकीय अधिवक्ता भूपेंद्र चौहान के अनुसार 13 नवंबर 2019 की सुबह कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में 15 साल की किशोरी को उसके रिश्ते का चाचा घर से स्कूल छोड़ने के बहाने बहला फुसला कर ले गया था। स्कूल की छुट्टी के बाद पिता घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। पीड़िता के पिता ने बताया कि आरोपी उनके रिश्तेदार है। घटना के करीब 15 दिन बाद पीड़िता बरामद हुई। पीड़िता ने परिजन और पुलिस को बताया कि घटना वाले दिन आरोपियों ने डरा धमका कर अपने दोस्त के घर अफजलगढ़ बिजनौर उत्तर प्रदेश ले गया था। नशे का इंजेक्शन लगाकर बेहोश होने पर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया। रानीपुर पुलिस ने पिता के पिता की तहरीर पर दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया था।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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