वाराणसी/हरिद्वार। महामना मदनमोहन मालवीय के करकमलों से स्थापित संस्था ‘हिंदुस्तान स्काउट्स एंड गाईड्स’ के चुनाव इस बार वाराणसी में आयोजित किए। चुनाव में केंद्रीय परिषद के अध्यक्ष पद पर नरसिंह मेंगजी और उपाध्यक्ष पद पर शरद कुमार सीए, श्रीमती राज लक्ष्मी,श्रीमती विनीता शर्मा,हरस्वरूप शर्मा,नरसिंह अग्रवाल एवं एच पी सिंह चुने गए। इन चुनावों में कई अन्य पदों पर विभिन्न उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए क्योंकि निर्धारित पदों की संख्या से ज्यादा नामांकन नहीं हुए। चुनाव में देश के सभी राज्यों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इनके अलावा केंद्रीय कार्यकारिणी में राष्ट्रीय प्रधान पद पर डा०करूणाकर प्रधान, महासचिव पद पर डा० वेद प्रकाश सिंह एवं राष्ट्रीय मुख्य आयुक्त पद पर डा० मधुसूदन गुप्ता चुने गए हैं। नई कार्यकारिणी के गठन के पश्चात अब दिल्ली में शपथग्रहण समारोह आयोजित कर शपथ दिलाई जाएगी। चुने गए सभी पदाधिकारियों ने चुनाव पश्चात संकल्प लिया कि महामना मदनमोहन मालवीय के दृढ़ संकल्पों के अनुरूप देशभर के किशोर एवं युवा बच्चों को सामाजिक सरोकारों, संस्कारों,सेवा,अनुशासन से जोड़ा जाएगा। उल्लेखनीय है,देशभर के विभिन्न स्कूलों में एचएसजी की शाखाएं स्थापित हैं,जहां स्वतंत्र रूप से इसके शिक्षक, प्रशिक्षक,स्कूल के साथ मिलकर बच्चों को व्यायाम, योग,परेड,कसरत के साथ स्वच्छता, सफाई, सुरक्षा,आत्मरक्षा,आपदा प्रबंधन,सड़क यातायात संचालन,सांस्कृतिक कार्यक्रम,समाज सेवा,देश सेवा आदि विभिन्न प्रशिक्षण दिए जाते हैं। एचएसजी द्वारा प्रशिक्षित बच्चे समय समय पर समाज को अपनी सेवा देते हैं। शासन प्रशासन के साथ मिलकर संकटकाल में कार्य करते हैं। इसके लिए उन्हें तैयार किया जाता है। नई कार्यकारिणी इस कार्य को नवीन योजनाओं सहित आधुनिक कार्यकलापों और जरूरतों से जोड़ नवीन पीढ़ी को देश व समाज के लिए बढ़िया तरीके से तैयार करना चाहती है। जिससे वह समाज के लिए उपयोगी होने के साथ अपने जीवन में भी खूब सफल हों, उन्नति करें।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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