हरिद्वार। एडीएम कोर्ट ने खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम के अंतर्गत पांच खाद्य वादों का निस्तारण करते हुए एक लाख 60हजार का जुर्माना लगाया। खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन के अनुसार अधोमानक पैक्ड कुट्टू आटा का सैंपल 26 मार्च 2022 को मैसर्स लक्ष्मण ट्रेडिंग कंपनी,मेन बाजार रुड़की से लिया गया था,जो जांच में मिस ब्रांड श्रेणी में फेल हुआ था। दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद न्यायालय की ओर से लक्ष्मण ट्रेडिंग कंपनी के मालिक विजय चंदाना को मिस ब्रांड कुट्टू का आटा विक्रय करने का दोषी पाया। 50 हजार रुपया जुर्माना अधिरोपित किया गया। दूसरे मामले में मैसर्स गोयल प्रोविजन स्टोर से 26 मार्च 2022 को पैक्ड कुट्टू आटा का सैंपल जांच के लिए किया गया था, जो जांच रिपोर्ट में मिस ब्रांड श्रेणी में फेल हुआ था। न्यायालय ने सुनवाई करने के उपरांत मैसर्स गोयल प्रोविजन स्टोर के मालिक प्रवीण कुमार रामदयाल चौक,रुड़की को मिसब्रांड कुट्टू का आटा विक्रय का दोषी पाया और 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इधर, तीन अन्य मामलों में मांस विक्रेताओं पर बिना खाद्य लाइसेंस,रजिस्ट्रेशन के व्यापार करने तथा साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक नहीं पाए जाने पर विपिन,गैस प्लांट के पास जमालपुर हरिद्वार,सत्यम,आंबेडकर चौक,ब्रह्मपुरी,रावली महदूद और सोनू रामधाम कालोनी, शिवालिक नगर पर पृथक-पृथक 20 हजार कुल 60 हजार का जुर्माना लगाया गया। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी महिमानंद जोशी ने बताया कि नवरात्रि पर्व को ध्यान में रखते अभियान चलाया गया। तीन खाद्य नमूने साबूदाना, फलाहारी नमकीन और केला चिप्स के सैंपल जांच को लिए गए,जिन्हें जांच को राजकीय प्रयोगशाला रुद्रपुर भेज दिया गया है। नवरात्रि पर्व के विशेष अभियान में अभी तक कुछ छह नमूने जांच को लिए जा चुके हैं। अभियान आगे भी जारी रहेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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