हरिद्वार। उमेश्वर धाम की परमाध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी उमाभारती महाराज ने कहा कि नवरात्रों में मां भगवती की आराधना जीवन में शक्ति और उत्साह का संचार करती है। नवरात्र आराधना के दौरान भक्तों को संबोधित करते महामंडलेश्वर उमाभारती महाराज ने कहा कि देवी दुर्गा ब्रह्मांड की सर्वोच्च एवं परमशक्ति हैं। यही परमशक्ति संपूर्ण संसार का संचालन करती है। शक्ति की उपासना में उनके समग्र रूप की आराधना हो सके। इसी उद्देश्य से नवरात्रि के नौ दिन निश्चित किए गए हैं। नौ दिन तक निरंतर उपासना करने से भक्तों को देवी का विशेष आशीर्वाद व कृपा प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि नवरात्रि शुद्ध मन और पवित्र आचरण से पूजा आराधना ईश्वरीय शक्ति से सीधा संवाद करने का सशक्त माध्यम है। स्वामी उमाभारती ने कहा कि छठे नवरात्र पर मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। मां कात्यायनी की उपासना और आराधना करने से भक्त को सभी सुखों की प्राप्ति होती है। रोग, शोक, संताप और भय दूर होता है। देवी की कृपा से जन्म जन्मांतर के पाप नष्ट हो जाते हैं। मां कात्यायनी अपने भक्तों को अमोघ फल प्रदान करती हैं। उनकी कृपा से सभी कार्य सफल होते हैं। मां कात्यायनी की आराधना करने से साधक को परम पद की प्राप्ति होती है। स्वामी शिवानंद भारती ने सभी भक्तजनों का स्वागत किया और नवरात्रों में देवी स्वरूपा कन्याओं के संरक्षण संवर्द्धन का संकल्प लेने का आह्वान किया।
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