हरिद्वार। जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल की अध्यक्षता में सोमवार को कलक्ट्रेट में अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण व रोकथाम हेतु गठित जिला अवैध खनन निरोधक दल की एक बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने अधिकारियों से अवैध खनन पर प्रभावी नियंत्रण व रोकथाम के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली। जिलाधिकारी ने एसडीएम लक्सर से अवैध खनन की रोकथाम के लिये अब तक क्या-क्या कार्रवाई की, के सम्बन्ध में जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि अब तक इस सम्बन्ध में छापेमारी की पांच कार्रवाई की जा चुकी है। पुलिस विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस सम्बन्ध में इधर 46 वाहन सीज किये गये, परिवहन विभाग ने ब्यौरा देते हुये बताया कि उनके द्वारा 48 वाहन सीज किये गये तथा वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने छह वाहनों को सीज किया। बैठक में इस सम्बन्ध में भी विचार हुआ कि खनन सामग्री ले जाने वाले वाहनों को जो खनन सामग्री ले जाने की अनुमति दी जाती है,उसमें रूट का भी उल्लेख अवश्य होना चाहिये।जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि खनन सामग्री का जहां पर भी भण्डारण होता है,वहां पर भण्डारण के लिये जो नियम-पानी का छिड़काव, क्षमता के अनुसार सामग्री का भण्डारण, निर्धारित शर्तों का पालन किया जा रहा है या नहीं आदि पर भी पूरा ध्यान दिया जाये। जिलाधिकारी ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिये कि अवैध खनन की रोकथाम के लिये आपसी सामंजस्य तथा संवाद स्थापित करते हुये संयुक्त रूप से समय-समय पर छापेमारी की कार्रवाई नामित विभाग करना सुनिश्चित करें तथा अवैध खनन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। इस दौरान अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व)दीपेन्द्र सिंह नेगी,डिप्टी कलक्टर मनीष सिंह,एसडीएम लक्सर गोपाल सिंह चौहान, एसडीएम भगवानपुर जितेन्द्र कुमार, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह,जिला खनन अधिकारी प्रदीप कुमार, एआरटीओ सुश्री रश्मि पन्त,कुलवन्त सिंह चौहान,एसीएफ वन विभाग सुश्री संदीपा शर्मा,नवल किशोर,सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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