हरिद्वार। भूपतवाला स्थित श्री स्वामी नारायण आश्रम में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के दौरान श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी हरिवल्लभदास शास्त्री ने कहा कि अमृतमयी ज्ञान गंगा श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण मात्र से ही जीवन बदल जाता है। गंगा तट पर संत महापुरूषों के सानिध्य में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने का अवसर सौभाग्य से प्राप्त होता है। इसलिए इस अवसर को कभी गंवाना नहीं चाहिए। स्वामी हरिवल्ल्भदास शास्त्री महाराज ने कहा कि भक्त और भगवान की कथा श्रीमद्भागवत के श्रवण से मन की सभी व्यथा मिट जाती है और जीवन में उत्साह का संचार होता है। कथा व्यास स्वामी नारायणचरण दास शास्त्री ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने से कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। परिवार में सुख समृद्धि का वास होता है। उन्होंने कहा कि लगातार भागवत कथा का श्रवण व्यक्ति के कष्टों को दूर करने का सशक्त साधन है। युवा पीढ़ी को भी श्रीमदभागवत कथा का श्रवण अवश्य करना चाहिए। कथा के प्रभाव मन के सभी विकार मिट जाते हैं और सात्विक विचारों का उदय होता है। कथा के यजमान समाजसेवी भीखूभा बाढेर,स्वामी आनन्द स्वरूप, स्वामी विवेक सागर दास,स्वामी हरिप्रसाद दास,स्वामी केपी दास ने व्यास पीठ का पूजन कर और सभी संत महापुरूषों का फूलमाला पहनाकर स्वागत किया और आशीर्वाद प्राप्त किया।
Comments
Post a Comment