हरिद्वार। परीक्षा नियंत्रक उत्तराखंड लोक सेवा आयोग अवधेश कुमार सिंह ने अवगत कराया है कि मानचित्रकार,मानचित्रक,प्रारूपकार परीक्षा-2023 लिखित परीक्षा(वस्तुनिष्ठ प्रकार)का आयोजन आज (रविवार) दो सत्रों में (पूर्वाह्न 10ः00 बजे से दोपहर 12ः00 बजे तक एवं अपराह्न 02ः00 बजे से सांय 04ः00 बजे तक) किया गया। यह परीक्षा राज्य के नैनीताल ( हल्द्वानी), देहरादून एवं हरिद्वार जनपद के 23परीक्षा केन्द्रों में सम्पन्न हुई। इस परीक्षा में कुल 9,588 अभ्यर्थियों में से प्रथम सत्र में 6488 अभ्यर्थी उपस्थित तथा 3100 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे, इस प्रकार प्रथम सत्र में उपस्थित अभ्यर्थियों का कुल प्रतिशत 67.33 है। द्वितीय सत्र में कुल 9,588 अभ्यर्थियों में से 6443 अभ्यर्थी उपस्थित तथा 3145 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे, द्वितीय सत्र में उपस्थित अभ्यर्थियों का कुल प्रतिशत 67.20 है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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