हरिद्वार। औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल स्थित एक कंपनी में दीवार बनाने के लिए बुनियाद खोदने के दौरान बगल की फैक्ट्री की पुरानी दीवार गिरने से चार मजदूर दब गए। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। किसी तरह दबे मजदूरों को बाहर निकाल कर अस्पताल पहुंचाया गया, जहां एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि घायल दो महिला मजदूरों की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार सिडकुल में कचहरी चौक के पास धागा बनाने वाली एक कंपनी का कुछ हिस्सा दूसरी कंपनी ने ले लिया है। जबकि आधा हिस्सा एक अन्य कंपनी ने खरीदा है। एक कंपनी की ओर से अपने हिस्से में दीवार बनाई जा रही थी मंगलवार शाम करीब 4ः00 बजे दीवार के लिए नीब खोदने के दौरान बगल में मौजूद एक नामी कंपनी की पुरानी दीवार भरभरा कर ढह गई जिसके नीचे चार मजदूर दब गये। दबे मजदूरों को किसी तरह निकालकरं उन्हें औद्योगिक क्षेत्र के अस्पताल ले जाया गया। जहां एक मजदूर की मौत हो गई। सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर सिंह भंडारी के अनुसार दीवार गिरने से हादसा हुआ है। मृतक की शिनाख्त प्रमोद मंडल 24 वर्ष पुत्र कदम लाल मंडल निवासी दुर्गों थाना पलासी जिला अररिया बिहार के रूप में हुई है। अन्य घायलों का उपचार अभी जारी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment