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पवित्र छड़ी पहुची उत्तरकाशी,जिला प्रशासन की ओर से पुष्पवर्षा कर पूजा अर्चना

 


हरिद्वार। श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी अपनी उत्तराखंड के पौराणिक पवित्र धामों की यात्रा के प्रथम चरण में शुक्रवार को यमुनोत्री धाम के दर्शनों व पूजा अर्चना के बाद उत्तरकाशी पहुंची। पवित्र छड़ी के उत्तरकाशी पहुंचने पर स्थानीय जिला प्रशासन के अधिकारियों तहसीलदार जागेंद्र सिंह चौहान,राजस्व उप निरीक्षक दीपेंद्र सिंह चौहान,सुशील चौहान,राजेंद्र आर्य आदि ने स्वागत किया। जूना अखाड़ा के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महंत प्रेम गिरि महाराज के नेतृत्व में नागा संन्यासियों के जत्था ने हर हर महादेव का जय घोष करते हुए नगर की परिक्रमा की तथा कैलाश घाट पर मां गंगा की पूजा अर्चना कर पवित्र छड़ी का गंगाजल से अभिषेक किया। यहां से पवित्र छड़ी श्रीनगर के प्रमुख मार्ग से होती हुई काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंची,जहां गंगोत्री के विधायक सुरेश चौहान,भाजपा के जिला अध्यक्ष देशराज, पूर्व मंडल अध्यक्ष अजीत पाल पवार,उत्तराखंड आयोग के सदस्य चंडी प्रसाद,महर्षि नौटियाल, गणेश भट्ट आदि ने पवित्र छड़ी की विधिवत्त पूजा अर्चना कर पुष्प वर्षा से स्वागत किया। पवित्र छड़ी का विश्वनाथ मंदिर में विद्वान ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया तथा भगवान शिव का जलाभिषेक किया। काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के पश्चात पवित्र छड़ी रात्रि विश्राम के लिए पायलट बाबा के आश्रम चेंज पहुंच गई। श्री महंत हरि गिरि महाराज ने बताया पवित्र छरी कल शनिवार को गंगोत्री धाम में पूजा अर्चना के लिए जाएगी। इस यात्रा के अगले चरण में पवित्र छड़ी केदारनाथ ,बद्रीनाथ धाम दर्शनों हेतु जाएगी। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक व अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरी गिरी महाराज ने कहा कि पवित्र छरी यात्रा का उद्देश्य उत्तराखंड का चौमुखी विकास सीमावर्ती क्षेत्रों का विकास तथा पलायन को रोकना है। उन्होंने कहा पलायन पर रोक तभी लग सकेगी जब राज्य के सीमावर्ती क्षेत्र में आधुनिक चिकित्सा सेवाएं ,उच्च शिक्षण संस्थान तथा उद्योगों की स्थापना होगी ।इन सब की ओर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने तथा जन जागरण किए जाने के लिए गत 5 वर्षों से इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।


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