हरिद्वार। उत्तराखण्ड क्रांति दल के संगठनात्क जिले हरिद्वार एवं रूडकी तथा महानगर के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने हरिद्वार जिला कार्यालय ऋषिकुल हरिद्वार में उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस मनाया एवं उत्तराखण्ड क्रांति दल के ध्वज का रोहण किया व मिठाई वितरण किया। उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस पर उपस्थित कार्यकर्ताओं ने शपथ ली कि उक्रांद उत्तराखण्ड के 13जिलों में जन-जन तक उत्तराखण्ड राज्य की स्थिति परिस्थिति से अवगत करायेगा कि राज्य गठन दिवस से अब तक उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति आंदोलन की अवधारणा का कार्यावयन क्यों नहीं हो पाया। स्थापना दिवस के मौके पर उक्रांद ने सरकार से मांग की है कि बिजली के बिलों में अनावश्यक बढौतरी को वापस लिया जाये व कृषि क्रेडिट कार्ड के बिलों व अन्य कर्जों को माफ किया जाए। इस मौके पर उक्रांद ने सरकार से यह भी मांग की है कि सिड्कुल की कम्पनियों में हर स्तर पर योग्यतानुसार उत्तराखण्ड के युवाओं को ठेकेदारी प्रथा की जगह सीधे कम््पनी स्तर से 70ः रोजगार दिया जाये,जैसा कि शासनादेश भी है। यह देखने में आ रहा है कि सिड्कुल की कम्पनियों ने उत्तराखण्ड के युवाओं को केवल 10ःरोजगार दिया हुआ है। उक्रांद ने सरकार से यह भी मांग की है कि आवास विकास या अन्य प्राधिकरणों की आवासीय कालोनियों में आवासीय प्लाटों व भवनों में जो व्यवसायिक महल व बढे-बढे शो खडे हो रहे हैं,पर अविलम्ब रोक लगाकर प्रशासनिक कार्यवाही की जाये। उत्तराखण्ड स्थापना दिवस मनाने वालों में चौ0बृजवीर सिंह,रवींद्र वशिष्ठ,सरिता पुरोहित ,हरिद्वार जिलाध्यक्ष बलसिंह सैनी,रूड्की जिलाध्यक्ष चौ0 घनश्यामदत सिंह,डा0राजवीर सिंह, सुमित अरोरा,गोकुल रावत,प्रदीप उपाध्याय,डा0संजय उपाध्याय,कंश उपाध्याय,सुरेन्द्र उपाध्याय ,सुरेन्द्र सिंह रावत, तरूण जोशी,राजकुमार व विहल चंद्रा आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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