हरिद्वार। संविधान निर्माता डा.भीमराव अम्बेडकर का परिनिर्वाण दिवस डा. भीमराव युवा संगठन समिति द्वारा सामाजिक समरता दिवस के रूप में मनाया गया और डा.अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। समिति के अध्यक्ष संजय त्रिवाल ने डा.भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति पर माल्यापर्ण करते हुए कहा कि डा.अंबेडकर ने समाज में फैली जातपात जैसी बुराईयों को दूर करने तथा वंचित समाज को उनके अधिकार दिलाने के लिए जीवन पर्यन्त संघर्ष किया। उन्होंने देश को संवैधानिक लोकतांत्रिक व्यवस्था देकर दलित समाज पर किए जा रहे जातिगत कुठाराघात को भेदने कोशिश की और संविधान में दलितों, शोषितों और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रावधान किए। सीनियर सिटीजन काउंसिल के महामंत्री तेज प्रकाश साहू ने कहा कि डा.भीमराव अंबेडकर के सिद्धांत और विचार सैदव प्रासंगिक रहेंगे। उन्होंने कहा कि डा.अंबेडकर स्वयं छुआछूत व जाति प्रथा से शोषित थे और देश की वास्तविक सामाजिक स्थिति को समझते थे। इसलिए उन्होंने समाज के शोषित व वंचित तबके के अधिकारों की रक्षा के लिए संविधान में प्रावधान किए। ऐसे महापुरूष को पूरा विश्व हमेशा याद रखेगा। इस अवसर पर हरि सिंह सोनी,दौलत कुमार,अमन त्रिवाल,मनोज विश्नोई,नितिन जाटव,पवन कुमार,सन्नी कुमार,बली कुमार,राकेश कुमार,सुन्दर कुमार, गोपी जाटव आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
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