हरिद्वार। विजय दिवस की 52ीं वर्षगांठ के अवसर पर शनिवार को श्री मिथिलेश सनातन धर्म इंटर कॉलेज की खड़खड़ी शाखा में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें विजय दिवस के अवसर पर 1971 में भारत पाकिस्तान युद्ध के समय शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि दी गई 1971 के युद्ध की नायिका भारत की प्रथम प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी का भावपूर्ण स्मरण किया गया। इस अवसर पर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष कॉलेज की प्रबंध समिति के सचिव प्रबंधक सतपाल ब्रह्मचारी ने कहा कि इंदिरा गांधी के कुशल नेतृत्व में 1971 में भारत ने पाकिस्तान को युद्ध में जबरदस्त पराजय दी थी और दक्षिण एशिया का भौगोलीय बदल दिया था और बांग्लादेश नाम से एक नए राष्ट्र का उदय हुआ था जिसका श्रेय श्रीमती इंदिरा गांधी के कुशल नेतृत्व और भारत की सेवा की को जाता है। उन्होंने कहा कि भारतीय थल सेवा में शामिल हरिद्वार के कई नौजवान इस युद्ध में शहीद हुए थे और जिन्होंने पूरे विश्व में हरिद्वार का नाम रोशन किया था जिनमें एक बहुखंडी परिवार है इस परिवार के प्रति उन्होंने गहरी श्रद्धा प्रकट की। इस अवसर पर कॉलेज की प्रबंध समिति के अध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता ने कहा कि भारतीय सेवा की कुशलता के कारण भारत ने 1971 की लड़ाई जीती और पूरे विश्व का ही भूगोल बदल डाला और इसका श्रेय भारतीय सेना और तब की प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी को जाता है। इस अवसर पर कॉलेज की प्रबंध समिति के वरिष्ठ सदस्य पूर्व प्रबंधक सुनील दत्त पांडे, राजेंद्र कुमार शर्मा, मनोज खन्ना, प्रधानाचार्य मीनाक्षी शर्मा, खड़खड़ी शाखा के प्रभारी राजीव पंत और कई शिक्षक शिक्षिकाओं ने भारत के शहीद सैनिकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment