हरिद्वार। शिव आराधना से मनुष्य को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। शिव देवों के देव हैं। वह अपने भक्तों के प्रति बेहद उदार व दयालु हैं। अच्छा-बुरा, सुर-असुर जो भी उनकी सच्चे मन से भक्ति करता है उसे अभीष्ट की प्राप्ति होती है। यह विचार कथा व्यास पं.रामजी पाण्डेय पौराणिक ने 11 हजार पार्थिव शिवलिंगों के पूजन के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर सिद्धपीठ बिल्वकेश्वर मंदिर में आयोजित शिव महापुराण कथा में उपस्थित सैकड़ों भक्तों व श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। पं.रामजी पाण्डेय पौराणिक ने कहा कि हमारे जीवन को महादेव की भक्ति से सार्थक दिशा की प्राप्ति होती है। भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले हलाहल विष को ग्रहण कर संदेश दिया कि संसार की भलाई के लिए यदि हमें कडुवा घंूट भी पीना पड़े तो हमें पीछे नहीं हटना चाहिए। उन्होंने तीर्थनगरी हरिद्वार में पावन गंगा की गोद में शिवालिक पर्वत मालाओं के बीच स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर के प्रांगण में शिव महापुराण कथा श्रवण की महत्ता और भी अधिक बढ़ जाती है। पं. रामजी पाण्डेय पौराणिक ने कहा कि हमारे ग्रंथ और पुराण हमें प्राचीनता से आधुनिकता की ओर अग्रसर करते हैं। यदि हमें बच्चांे को संस्कारी व सनातनी बनाना है तो उन्हें मोबाईल, कम्प्यूटर के साथ-साथ कथा-पुराण, वेद शास्त्र से भी जोड़ना होगा। शिव महापुराण कथा में मुख्य रूप से भाजपा नेता अनिरूद्ध भाटी,विनित जौली, गोपी सैनी,दिनेश शर्मा, सुखेन्द्र तोमर,राघव ठाकुर, अरूण राघव,वीरेन्द्र चड्ढा, कुलदीप गंगवानी, दुर्गेश बर्मन,संजीव बर्मन,हितेश शर्मा,भोपाल सिंह, अंजना चड्ढा, कपिल आनंददानी, राकेश चावला, राहुल शर्मा, विशाल ननकानी, सतीश बंसल समेत सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।
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