Skip to main content

सरस्वती विद्या मंदिर में धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस


 हरिद्वार। भेल सेक्टर.2 स्थित सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में गणतंत्र दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलन,भारत के अमर शहीदों को पुष्पार्चन कर तथा सामूहिक रूप से ध्वजारोहण कर किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधक दीपक सिंघल,प्रधानाचार्य लोकेन्द्र दत्त अंथवाल,प्रबंध समिति के सदस्य अधिवक्ता अनुज शर्मा,सुनील चौहान,मोहित राज,शिशु मंदिर अध्यक्ष शेर सिंह रावत,प्रबंधक रणधीर,कोषाध्यक्ष विष्णु,प्रधानाचार्य कमल रावत मुख्य रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन आचार्य दीपक कुमार एवं कीर्ति ने किया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक एवम देशभक्ति के कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। छात्र ऋषि कुमार ने गणतंत्र दिवस पर अंग्रेजी भाषण, छात्रा दिव्या ने हिंदी भाषण तथा छात्र देव ने अपने विचार संस्कृत में प्रस्तुत किये। शिशु मंदिर के अध्यक्ष शेर सिंह ने कहा कि देश 15 अगस्त 1947 को आजाद हो गया था। लेकिन देश चलाने के लिए एक संविधान का होना बहुत जरूरी है। इसलिए हमने अपना संविधान 2 वर्ष 11 महीने 18 दिन में बनाकर तैयार किया और उसे 26जनवरी 1950 को लागू किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य लोकेंद्र दत्त अंथवाल ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे देश में अनेक महान पुरुष पैदा हुए हैं। जिनके कारण ही हम आज आजादी की सांस ले रहे हैं। आज भारत विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है। हमे संविधान के द्वारा प्राप्त मूल अधिकार और कर्तव्यों का पूर्ण रूप से पालन करना है। 


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।