हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि एएसआई रिपोर्ट सामने आने के बाद पूरी तरह साफ हो गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद से पहले वहां मंदिर का अस्तित्व था,वहां मिले नंदी इसका प्रमाण हैं। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि अब कोर्ट को जल्द से जल्द अपना फैसला सुनाना चाहिए। जिससे वहां भव्य मंदिर का निर्माण किया जा सके। उन्होंने कहा कि राम मंदिर की तर्ज पर ट्रस्ट बनाने और ट्रस्ट की देखरेख में मंदिर निर्माण किया जाना चाहिए। स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि एएसआई सर्वे के बाद अब लोगों को पता चल रहा है कि जहां ज्ञानवापी मस्जिद है। वहां पहले मंदिर था। वहां नंदी भी विराजमान है। इससे सिद्ध होता है कि वहां पर विश्वनाथ हैं। उन्होंने कहा कि एएसआई रिपोर्ट में आए प्रमाणों के आधार पर अब कोर्ट को जल्द निर्णय देकर इस विवाद को खत्म करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के सभी सनातनी चाहते हैं कि काशी विश्वनाथ के भव्य मंदिर का निर्माण हो और इसके लिए राम जन्मभूमि मंदिर की तर्ज पर ही ट्रस्ट बनाया जाए। जिसके तत्वाधान में सभी कार्य किया जाए। अब बिल्कुल भी विलंब ना हो।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment