हरिद्वार। भूपतवाला स्थित बर्फानी कुटी में विशाल संत समागम को संबोधित करते हुए कुटी के महंत गजेंद्र गिरी जी नागा बाबा ने कहा संत महापुरुषों की संगत मनुष्य को कल्याण की ओर अग्रसर करती है। गुरु धर्म कर्म के माध्यम से भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाकर उन्हें भवसागर पार ले जाते हैं जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों का भविष्य निर्माण करते है।ं इस प्रकार गुरु भी अपने भक्तों तथा शिष्य जनों को कल्याण का मार्ग दिखाकर ईश्वर की ओर ले जाते हैं। विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी हरिद्वार में यज्ञ अनुष्ठान भंडारा आदि करने से मनुष्य का लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं। इस पावन नगरी हरिद्वार में दो प्रकार की गंगा बहती है एक तो जगत कल्याण करनी मां भागीरथी हैं जिन में स्नान करने मात्र से भक्तों के जन्मों जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं दूसरी गंगा यहां ज्ञान के रूप में बहती है जो तपस्वी साधु संत ऋषि मुनियों के श्री मुख से ज्ञान के रूप में बहती है। भक्तों को ज्ञान की गंगा में गोते लगवा कर उनका लोक और परलोक दोनों सुधार देती है। इस अवसर पर पूज्य गुरुदेव श्री महंत शिवराज गिरी जी महाराज की मूर्ति का भी अनावरण किया गया। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री नगर विधायक मदन कौशिक ने भी गुरुदेव की पावन मूर्ति के अनावरण में भाग लिया। महंत प्रेमानंद महाराज, पंजाबी बाबा महामंडलेश्वर दुर्गा दास,खजान दास महाराज गुरमल दास, विदित शर्मा, अनिरुद्ध भाटी, जमुना दास, महंत राम मुनि जी महाराज गोविंद दास,धर्मदास महाराज, सरवन दास, श्याम गिरी जी वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण जी महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे।
हरिद्वार। भूपतवाला स्थित बर्फानी कुटी में विशाल संत समागम को संबोधित करते हुए कुटी के महंत गजेंद्र गिरी जी नागा बाबा ने कहा संत महापुरुषों की संगत मनुष्य को कल्याण की ओर अग्रसर करती है। गुरु धर्म कर्म के माध्यम से भक्तों को कल्याण का मार्ग दिखाकर उन्हें भवसागर पार ले जाते हैं जिस प्रकार माता-पिता अपने बच्चों का भविष्य निर्माण करते है।ं इस प्रकार गुरु भी अपने भक्तों तथा शिष्य जनों को कल्याण का मार्ग दिखाकर ईश्वर की ओर ले जाते हैं। विश्व प्रसिद्ध पावन नगरी हरिद्वार में यज्ञ अनुष्ठान भंडारा आदि करने से मनुष्य का लोक और परलोक दोनों सुधर जाते हैं। इस पावन नगरी हरिद्वार में दो प्रकार की गंगा बहती है एक तो जगत कल्याण करनी मां भागीरथी हैं जिन में स्नान करने मात्र से भक्तों के जन्मों जन्म के पाप नष्ट हो जाते हैं दूसरी गंगा यहां ज्ञान के रूप में बहती है जो तपस्वी साधु संत ऋषि मुनियों के श्री मुख से ज्ञान के रूप में बहती है। भक्तों को ज्ञान की गंगा में गोते लगवा कर उनका लोक और परलोक दोनों सुधार देती है। इस अवसर पर पूज्य गुरुदेव श्री महंत शिवराज गिरी जी महाराज की मूर्ति का भी अनावरण किया गया। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री नगर विधायक मदन कौशिक ने भी गुरुदेव की पावन मूर्ति के अनावरण में भाग लिया। महंत प्रेमानंद महाराज, पंजाबी बाबा महामंडलेश्वर दुर्गा दास,खजान दास महाराज गुरमल दास, विदित शर्मा, अनिरुद्ध भाटी, जमुना दास, महंत राम मुनि जी महाराज गोविंद दास,धर्मदास महाराज, सरवन दास, श्याम गिरी जी वरिष्ठ कोतवाल कालीचरण जी महाराज सहित भारी संख्या में संत महंत भक्तगण उपस्थित थे।
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