हरिद्वार। प्रेम संबंध में बाधक पति की हत्या करने वाली पत्नी व उसके प्रेमी को चतुर्थ अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजू कुमार श्रीवास्तव ने आजीवन कारावास व 12हजार रुपये जुर्माना राशि की सजा सुनाई है। शासकीय अधिवक्ता नीरज गुप्ता ने बताया कि 27जनवरी 2019 को कोतवाली रुड़की क्षेत्र के टोडा कल्याणपुर गांव निवासी जसवीर की हत्या कर दी गई थी। खोजबीन के बाद परिजनों को उसका शव ढंडेरा फाटक पर पड़ा मिला था। जसवीर के शव के पास शराब की बोतल रखी हुई थी। घटना के चार पांच दिन के बाद परिजनों व अन्य लोगों के सामने मृतक जसवीर की पत्नी आरोपी रूमा ने पूछताछ करने पर अपने पति जसवीर की हत्या प्रेमी सोनू के साथ मिलकर करना स्वीकार किया था। मृतक के भाई भरत सिंह की तहरीर पर पुलिस ने मृतक की पत्नी रूमा व उसके प्रेमी सोनू के खिलाफ हत्या व साक्ष्य छिपाने का मुकदमा दर्ज कराया था। दोनों को जेल भिजवा दिया था। पुलिस ने मुकदमें की विवेचना के बाद मृतक की पत्नी रूमा व उसके प्रेमी सोनू पुत्र केहर सिंह निवासी ग्राम नागल जिला सहारनपुर यूपी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। भरत ने बताया कि उसकी भाभी रुमा के आरोपी सोनू के साथ प्रेम प्रसंग था। परिजनों ने कई बार मना करने के बाद भी आरोपी सोनू अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा था। रूमा भी अपने प्रेमी सोनू से चोरी छिपे मिलती थी। मृतक के विरोध करने की वजह से उसकी हत्या रुमा व उसके प्रेमी ने पहले जसवीर को शराब में जहर मिलाकर पिलाई। फिर मौत होने के बाद उसके शव को ढंडेरा फाटक पर छिपा दिया था। मौत शराब पीने से दिखाने के लिए शव के पास शराब की बोतल रख दी थी। वादी पक्ष ने 10 गवाह पेश किये। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने रुमा व सोनू को आजीवन कारावास व 12 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment