हरिद्वार। ज्वालापुर कोतवाली पुलिस ने एसएसपी के आदेश पर एक आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकद्मा दर्ज किया है। एसएसपी को दिए प्रार्थना पत्र में जानकीपुरम सीतापुर निकट राष्ट्रीय इंटर कालेज सीतापुर निवासी आकाश कुमार ने आरोप लगाया था कि उसने सतेंद्र कुमार से सीतापुर स्थित उसका मकान अपनी पत्नि के नाम पर खरीदा था। मकान का सौदा 17,94,000 रूपए में तय हुआ था। मकान के बैनामे के वक्त उसने 9,10,000 रूपए सतेंद्र कुमार को दे दिए थे और उसी दिन मकान का कब्जा भी प्राप्त कर लिया था। बाकी रकम अदा करने के लिए तीन माह का वक्त मांगा था। जिस पर सतेंद्र कुमार ने सहमति देते हुए सिक्योरिटी के तौर पर शेष रकम का बैंक चेक लिया था। बैनामे के वक्त सतेंद्र कुमार ने बताया था कि मकान पर किसी प्रकार का ऋण नहीं है। बाद में पता चला कि मकान पर एक फाइनेंस कंपनी से लोन लिया गया है। फाइनेंस कंपनी से जानकारी जुटाने पर पता चला कि लोन की 8,83,052 रूपए की रकम बकाया है। आकाश कुमार ने बताया कि उसने लोन की कई किश्तें भी जमा करायी। बाद में तय हुआ कि सतेंद्र कुमार लोन की बकाया रकम को जमाकर मकान की रजिस्ट्री और एनओसी उन्हें सौंप देगा। इसके लिए उन्होंने उसे 36,052 रूपए नकद और शेष राशि का चेक दे दिया। लेकिन उसने ना तो लोन चुकाया और ना ही बैनामे के वक्त सिक्योरिटी के रूप में लिया गया चेक लौटाया। मकान की रजिस्ट्री भी नहीं दी। बार-बार मांग करने पर गाली गलौच करते हुए जान से मारने की धमकी दी जा रही है। एसएसपी के आदेश पर पुलिस ने अमानत में ख्यानत, धोखाधड़ी, गाली गलौच करने व जान से मारने की धमकी की धाराओं के अंतर्गत मुकद्मा दर्ज जांच शुरू कर दी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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