हरिद्वार। निरंकार प्रभु ने हमें जो मानव जीवन दिया है। इसका प्रत्येक पल मानवता के प्रति समर्पित हो सके। परोपकार का ऐसा सुंदर भाव जब हमारे हृदय में उत्पन्न हो जाता है तब वास्तविक रूप में समूची मानवता हमें अपनी प्रतीत होने लगती है। फिर सबके भले की कामना ही हमारे जीवन का लक्ष्य बन जाता है। उक्त उद्गार सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज ने शाहपुर शीतला खेड़ा में आयोजित ‘मानव एकता दिवस’ के अवसर पर श्रद्धालु भक्तों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। माता सुदीक्षा महाराज ने कहा कि मानव एकता दिवस बाबा गुरबचन सिंह की मानवता के प्रति की गयी उनकी सच्ची सेवाओ को समर्पित है। जिससे निरंकारी जगत का प्रत्येक भक्त प्रेरणा लेकर अपने जीवन का कल्याण कर रहा है। उन्होंने कहा कि सेवा का भाव सदैव निष्काम ही रहा है। ऐसी भावना जब हमारे मन में बस जाती है। तब हमारा जीवन वास्तव में मानवता के कल्याणार्थ समर्पित हो जाता है। हमारी सेवा भावना साकार एवं कर्म रूप में समस्त मानव परिवार के लिए वरदान बन जाती है। मानव एकता दिवस के अवसर पर संत निरंकारी मिशन की सामाजिक संस्था संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन की और से रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया गया। शिविर में 204 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। रक्तदाताओं का उत्साहवर्द्धन करते हुए माता सुदीक्षा महाराज ने कहा कि रक्तदान,मानव जीवन को बचाने की ऐसी सर्वोपरि सेवा है। जिसमें परोपकार की निःस्वार्थ भावना निहित है।
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